स्मार्ट शहरों के निर्माण की चुनौतियों को देखते हुए शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा कि हर र्स्माट शहर परियोजना के लिए सरकार स्पेशल परपज वीकल (एसपीवी) शुरू करने जा रही है। नायडू ने कहा कि यह परियोजना अगले माह शुरू करने का इरादा है।
नायडू इंडियन एक्सप्रेस समूह और चैनल न्यूज एक्स की साझेदारी में मंगलवार को आयोजित ‘डिजिटल इंडिया डायलॉग’ को संबोधित कर रहे थे।
नायडू ने कहा कि स्मार्ट शहर और नई शहर विकास योजना को 500 शहरों के लिए लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पैन-सिटी योजना, जैसे कुशल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली, और ई-गवर्नेंस पहलकदमी को इस परियोजना में प्राथमिकता दी जाएगी। मंत्री ने कहा कि सूचना और संचार तकनीक का शहरी प्रशासन-संचालन व संसाधनों के माकूल उपयोग में अहम भूमिका होगी।
उन्होंने शहरी क्षेत्रों की मौजूदा दशा पर चिंता जताते हुए कहा कि बुनियादे ढांचे और अन्य सहूलियतों में किसी तरह का सुधार होने से लोगों के जीवन स्तर पर असर पड़ेगा। नायडू ने कहा कि स्मार्ट शहरों के निर्माण के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि दूरगामी परिणामों के लिए कारगर तरीके से स्थाई बदलाव लाया जाए।
‘डिजिटल इंडिया डायलॉग’ में भाग लेने वाले अन्य प्रमुख लोगों में औद्योगिक विकास विभाग के सचिव अमिताभ कांत, विश्व बैंक के कंट्री निदेशक ओनो रूल, नीति आयोग के सदस्य बिबेक ओबेराय, सूचना तकनीक विभाग के सचिव रामसेवक शर्मा, और ईएसडीएस सॉफ्टवेयर सोल्यूशन के प्रबंध निदेशक पीयूष सोमानी भी थे।
गौरतलब है कि सत्ता संभालने के बाद राजग सरकार ने नए भारत की जरूरतों को समझते हुए देश में सौ स्मार्ट शहरों के निर्माण का एलान किया था। इसके साथ ही देश में स्मार्ट शहरों की जरूरतों और चुनौतियों पर बहस भी शुरू हुई। नए समय की जरूरतों और चुनौतियों को देखते हुए इंडियन एक्सप्रेस समूह और चैनल न्यूज एक्स की साझेदारी में मंगलवार को ‘डिजिटल इंडिया डायलॉग’ का आयोजन किया गया।
आयोजकों का दावा है कि इस संवाद कार्यक्रम का मकसद ऐसा मंच मुहैया कराना है जहां नेता, नौकरशाह, शिक्षाविद और कारपोरेट संस्थाएं एक साथ बैठ कर स्मार्ट शहरों की योजना की जटिलताओं और चुनौतियों को समझने की कोशिश करें। मंगलवार को इंडियन एक्सप्रेस समूह और प्राइसवाटरहाउस कूपर्स ने वेंकैया नायडू को स्मार्ट शहरों पर बनाई अपनी साझा रिपोर्ट भी सौंपी।