कोरोना काल में लोगों की नौकरियां चल गई हैं। ऐसे में कई लोगों को पैसों की जरूरत पड़ रही है। इस जरूरत को पूरा करने के लिए कई विकल्प हैं।

मसलन, आप पर्सनल लोन ले सकते हैं या फिर अपने ईपीएफ अकाउंट से पैसे विदड्रॉल कर सकते हैं। हालांकि, पर्सनल लोन की ब्याज दर ज्यादा है। वहीं, ईपीएफ अकाउंट से पैसे विदड्रॉल करने पर आपके सेविंग्स को झटका लग सकता है। ऐसे में एक विकल्प पीपीएफ अकाउंट पर लोन का है। पीपीएफ पर कर्ज की ब्याज दर पर्सनल लोन के मुकाबले कम है।

क्या है पीपीएफ अकाउंट: पीपीएफ अकाउंट यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड निवेश के बेहतरीन विकल्पों में से एक माना जाता है। इसे आप पोस्ट ऑफिस और बैंकों के जरिए खुलवा सकते हैं। इस अकाउंट को खुलवाने के लिए आपको सिर्फ 100 रुपये खर्च करने होंगे।

वहीं, निवेश की बात करें तो किसी एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 500 रुपये कर सकते हैं। अधिक से अधिक 5 लाख रुपये निवेश किया जा सकता है। राशि प्रतिवर्ष अधिकतम 12 किस्तों में या एकमुश्त राशि में जमा की जा सकती है। (ये पढ़ें—पीएफ अकाउंट के ये हैं 4 बड़े फायदे)

जमा रकम पर मिलता है लोन: PPF अकाउंट में जमा पर आप लोन भी ले सकते हैं। आपने जिस वित्त वर्ष में PPF अकाउंट खुलवाया है, उस वित्त वर्ष की समाप्ति के एक वित्त वर्ष बाद से लेकर पांचवें वित्त वर्ष की समाप्ति तक आप लोन के हकदार हैं। PPF अकाउंट पर आप अधिकतम तीन साल यानी 36 महीने के लिए लोन ले सकते हैं। पूरी राशि जमा करने के बाद ही दोबारा लोन ले सकेंगे।

कितना देना होगा ब्याज: PPF पर ब्याज की दर एक फीसदी है। ब्याज को दो मंथली इंस्टॉलमेंट या एकमुश्त चुकाया जा सकता है। अगर आपने तय समय के अंदर लोन का मूलधन चुका दिया है, लेकिन ब्याज का कुछ हिस्सा बाकी है तो वह आपके PPF अकाउंट से काटा जाता है। पीपीएफ अकाउंट की न्यूनतम समय अवधि 15 साल होती है।

कहने का मतलब ये है कि एक बार अकाउंट खुलने के बाद निवेश 15 साल तक के लिए लॉक हो जाता है। अकाउंट होल्डर्स अपने अकाउंट की समय अवधि को और 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। (ये पढ़ें-जानिए PF अकाउंट में बैलेंस चेक करने का तरीका)