सहारा ग्रुप की कंपनियों में जिन लोगों ने पैसा निवेश किया है उनके लिए खुशखबरी है। सहारा की दो कंपनियों में फंसे पैसों को निवेशकों को वापस करने के लिए सेबी ने कवायद शुरू कर दी है। आपको अपने पैसे वापस पाने के लिए सेबी के सामने कुछ जरूरी दस्तावेज पेश करने होंगे। भास्कर के मुताबिक फिलहाल सहारा ग्रुप की दो कंपनियों सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SHICL) और सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SIRECL) के निवेशकों के लिए यह पहल शुरू की गई है।

सेबी ने विज्ञापन के माध्यम से इस बात की जानकारी दी है। सेबी ने अपनी वेबसाइट और कुछ अखबारों में विज्ञापन देकर बताया है कि SHICL और SIRECL में जिन लोगों का पैसा फंसा हुआ है, उन्हें उनकी रकम वापस की जाएगी। इसके साथ ही पैसे वापस पाने के लिए क्या प्रक्रिया अपनानी होगी, इसकी जानकारी भी विज्ञापन में दी गई है। सेबी ने निवेशकों के लिए फॉर्म उपलब्ध कराए हैं। पैसे वापस पाने के लिए आपको फॉर्म भरना होगा और 2 जुलाई से पहले इसे सेबी के पास जमा कराना होगा। आप यह फॉर्म सेबी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं या फिर अखबार के विज्ञापन में दिए गए फॉर्म का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बता दें कि सहारा की इन दोनों कंपनियों में करीब 3 करोड़ निवेशकों ने 17400 करोड़ रुपए जमा किए थे। अब यह रकम ब्याज समेत 36 हजार करोड़ रुपए हो गई है।

आपको बता दें कि साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सहारा की दो कंपनियों को करीब 2 करोड़ निवेशकों के 24 हजार करोड़ रुपए ब्जाज समेत लौटाने का आदेश दिया था, उसके बाद सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय द्वारा 10 हजार करोड़ नहीं चुकाए जाने के कारण 4 मार्च 2014 में उन्हें जेल भेज दिया गया था। उसके बाद सहारा प्रमुख की संपत्ति नीलाम करके निवेशकों का पैसा चुकाने की प्रक्रिया शुरू की गई। रॉय को उनकी मां के निधन पर मई 2016 में जमानत पर छोड़ा गया था, फिलहाल वह इस वक्त जेल से बाहर हैं। उन्हें हाल ही में राज्यसभा नामांकन के समय सपा नेता जया बच्चन और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के साथ देखा गया था।