फूड डिलीवरी कंपनी Zomato के शेयर इस हफ्ते धड़ाम हुए हैं। पिछले पांच दिनों में इसके शेयरों में 14.95 प्रतिशत की गिरावट आई है। एक ही दिन में शेयर 11 फीसदी से ज्यादा टूटे, जिसके बाद जोमैटो के शेयर अपने ऑल टाइम लो स्तर पर पहुंच गए। हालाकि इसके शेयरों में गुरुवार को 3.53 प्रतिशत का उछाल हुआ, जो अब 45.50 प्रति शेयर प्राइज पर व्यापार कर रहा है।
वहीं BharatPe के पूर्व संस्थापक और शार्क टैंक इंडिया के जज अशनीर ग्रोवर का कहना है कि Zomato के शेयर इतने तेजी से कभी नहीं टूटते, बल्कि इसकी कीमत आज के समय में 450 रुपए प्रति शेयर होती। कंपनी ने विलय करने के दौरान गलतियां की हैं। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि Zomato का BlinkIt के बजाय Swiggy में विलय होता, तो शेयर बढ़कर 450 रुपए हो जाते।
बता दें कि महीने में जोमैटो के शेयरों में गिरावट के बावजूद अशनीर ग्रोवर ने जोमैटो के शेयरो में निवेश को लेकर कहा था कि इसके शेयर खरीदना बूरा विकल्प नहीं होगा। हालाकि इसके बाद अशनीर ग्रोवर ने जोमैटो के शेयर गिरने की वजह BlinkIt का अधिग्रहण बताया है।
गौरतलब है कि हाल ही में फूड एग्रीगेटर कंपनी Zomato ने नकदी की तंगी से जूझ रही क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट का 4,447 करोड़ रुपए में अधिग्रहण किया था। ब्लिंकिट को पहले ग्रोफर्स के नाम से जाना जाता था। माना जा रहा है कि इस डील से Zomato के हाइपरलोकल डिलीवरी के उपयोग को बढ़ाने और डिलीवरी की लागत को कम करने में मदद मिलेगी। हाल ही में ब्लिंकिट ने 10 मिनट में डिलीवरी की सेवा भी पेश की है।
एक झटके में डूब गए 1000 करोड़ रुपए
23 जुलाई को अनिवार्य प्री-आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) शेयरधारकों की लॉक-इन अवधि समाप्त होने के बाद सोमवार को Zomato के शेयर अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गए थे। शेयरों के अचानक गिरावट से निवेशको को बड़ा झटका लगा था। कंपनी में निवेशकों के करीब 1000 करोड़ रुपए एक ही झटके में डूब गए।
क्यों गिरे जोमैटो के शेयर
जोमैटो के शेयरों में गिरावट के पीछे का सबसे बड़ा कारण कंपनी में निवेशक बड़े निवेशकों के लॉक-इन पीरियड के खुलने को बताया जा रहा है। इससे पहले भी इंवेस्टरों के लिए लॉक इन पीरियड समाप्त होने के बाद जोमैटो के 8 प्रतिशत शेयर गिरे थे।