Share Market Today: संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा यह कहने के बाद कि वह 1 अगस्त से देश से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ और पेनल्टी लगाएगा, इसके बाद आज सुबह (31 जुलाई 2025) भारतीय शेयर गुरुवार को गिरावट के साथ खुले। दोनों प्रमुख सूचकांक BSE Sensex और NSE Nifty 50 लाल रंग के निशान पर कारोबार करते दिखे।
सुबह 9:17 बजे IST तक निफ्टी 50 0.66% गिरकर 24,699.1 अंक पर और बीएसई सेंसेक्स 0.71% गिरकर 80,888.01 पर आ गया। सभी 16 प्रमुख सेक्टरों को बाजार खुलते ही नुकसान हुआ। व्यापक स्मॉल-कैप और मिड-कैप प्रत्येक में लगभग 1.25% की गिरावट आई। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 786.36 अंक की गिरावट के साथ 80,695.50 अंक पर जबकि एनएसई निफ्टी 212.8 अंक फिसलकर 24,642.25 अंक पर आ गया।
घरेलू बाजारों सेंसेक्स और निफ्टी में गुरुवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका के 25 प्रतिशत शुल्क लगाने और रूस से कच्चा तेल एवं हथियार खरीदने पर जुर्माना लगाने की घोषणा के बाद बाजार लड़खड़ा गया है। इस घोषणा को भारत पर अमेरिका की मांगों को मानने के लिए दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
25% का आंकड़ा अन्य प्रमुख व्यापारिक साझेदारों की तुलना में भारत को अधिक गंभीर रूप से अलग कर देगा, और दोनों देशों के बीच महीनों से चल रही बातचीत के सुलझने का खतरा पैदा हो जाएगा। टैरिफ की घोषणा के बाद, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अभी भी व्यापार पर भारत के साथ बातचीत कर रहा है।
विश्लेषकों को उम्मीद है कि कपड़ा, फार्मास्यूटिकल्स और ऑटोमोटिव घटकों जैसे क्षेत्र, जो अमेरिका में प्रमुख भारतीय निर्यात हैं, हाई टैरिफ से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
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सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, टाइटन और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर सबसे अधिक नुकसान में रहे। हालांकि, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और पावर ग्रिड के शेयर बढ़त में रहे। एशियाई बाजारों में हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग, चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे जबकि जापान का निक्की 225 फायदे में रहा।
अमेरिकी बाजार बुधवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.19 प्रतिशत फिसलकर 73.10 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 850.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।