यूक्रेन को लेकर रूस और पश्चिमी देशों में चल रहे विवाद अब दुनिया भर के शेयर बाजार के निवेशकों को डराने लगा है। यूक्रेन में युद्ध की आशंका और शनिवार को आए भारत के सबसे बड़े एबीजी शिपयार्ड बैंक घोटाले के चलते निवेशकों का बाजार को लेकर सेंटीमेंट नेगेटिव हो गया। जिसके चलते शेयर बाजार में आज निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। शाम को बाजार बंद होने तक सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 3 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1608 और निफ्टी 532 अंक तक लुढ़क गया।

बैंकिंग शेयरों में जमकर गिरावट

शनिवार को सामने आए 28 बैंकों के साथ एबीजी शिपयार्ड बैंकिंग घोटाले के चलते बैंकिंग शेयरों की जमकर शेयर बाजार में पिटाई हुई। शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट पंजाब नेशनल बैंक में 6.67 फीसदी की देखने को मिली। उसके बाद फेडरल बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट और एसबीआई में क्रमशः 6.56 फीसदी, 5.71 फीसदी और 5.32 फीसदी की गिरावट हुई।

निफ्टी में सबसे ज्यादा टूटने वाले शेयर

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के मुख्य इंडेक्स निफ्टी में 3% तक की गिरावट रही। गिरने वाले शेयरों में जेएसडब्ल्यू स्टील, एचडीएफसी लाइफ, आईटीसी, टाटा स्टील और टाटा मोटर्स आगे रहें। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (TCS) निफ्टी का एकमात्र ऐसा शेयर था जो बाजार में चढ़कर बंद हुआ।

निवेशकों को लगा 5 लाख करोड़ का झटका

शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली के बीच निवेशकों को जमकर नुकसान उठाना पड़ा। शेयर बाजार के सभी सेक्टर ऑटो, बैंक,ऑयल & गैस, पीएसयू बैंक, फार्मा, मेटल और रियलिटी इंडेक्स में 2 से 6% तक की गिरावट रही। जिसके कारण निवेशकों को 5 लाख करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा।

इन कारणों के चलते आई बड़ी गिरावट

शेयर बाजार में गिरावट की बड़ी वजह ग्लोबल संकेतों को माना जा रहा है। पिछले हफ्ते से शेयर बाजार की गति पर ब्रेक लग गया था। इसके साथ ही रूस के साथ यूक्रेन के युद्ध की आशंका के चलते बाजार पहले से ही मंदी के दौर से गुजर रहे थे। उसके बाद अमेरिका में फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में बढ़ोतरी, कच्चे तेल की कीमत 7 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने और एबीजी शिपयार्ड के बैंकिंग घोटाले ने शेयर बाजार के सेंटीमेंट को नेगेटिव कर दिया। जिसके चलते घरेलू शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली।