घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला लगातार पांचवें दिन बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार निकासी और अमेरिकी एच-1बी वीजा शुल्क से जुड़ी चिंताओं के कारण सेंसेक्स 556 अंक टूट गया जबकि निफ्टी में 166 अंक की गिरावट रही। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 555.95 अंक यानी 0.68 प्रतिशत टूटकर 81,159.68 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 622.74 अंक गिरकर 81,092.89 अंक पर आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी भी 166.05 अंक यानी 0.66 प्रतिशत गिरकर 24,890.85 अंक पर आ गया।
यह शेयर बाजारों में गिरावट का लगातार पांचवां सत्र रहा। इस दौरान सेंसेक्स में कुल 1,854.28 अंक यानी 2.23 प्रतिशत और निफ्टी में 532.75 अंक यानी दो प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
Sensex पर इन शेयरों को फायदा-नुकसान
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से ट्रेंट, पावर ग्रिड, टाटा मोटर्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, अडानी पोर्ट्स और बजाज फाइनेंस में गिरावट का रुख रहा। दूसरी तरफ, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एक्सिस बैंक और भारती एयरटेल के शेयरों में तेजी दर्ज की गई।
लाइवलॉन्ग वेल्थ के शोध विश्लेषक एवं संस्थापक हरिप्रसाद के. ने कहा, “निफ्टी 25,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया जो इसमें गिरावट के रुख को दर्शाता है। कई वैश्विक एवं घरेलू चुनौतियों ने निवेशकों का विश्वास डगमगाया हुआ है। विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार निकासी, रुपये में रिकॉर्ड कमजोरी और एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि से जुड़ी चिंताओं ने मिलकर धारणा को खराब किया है।”
शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 2,425.75 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की। जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “भारतीय बाजारों में लगातार पांचवें सत्र में गिरावट रही। निवेशकों ने एफआईआई की सतत निकासी और अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता को लेकर बनी अनिश्चितता के बीच मुनाफावसूली की। इससे दूसरी तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर पर असर पड़ सकता है।”
छोटी कंपनियों का बीएसई स्मालकैप सूचकांक 0.75 प्रतिशत गिर गया जबकि मझोली कंपनियों के मिडकैप सूचकांक में 0.72 प्रतिशत की गिरावट आई। बीएसई पर सूचीबद्ध 2,709 शेयरों में गिरावट रही जबकि 1,474 शेयर चढ़कर बंद हुए और 136 अन्य अपरिवर्तित रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हॉन्गकॉन्ग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि जापान का निक्की बढ़त में रहा। यूरोप के बाजारों में गिरावट देखी जा रही थी। बुधवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.55 प्रतिशत गिरकर 68.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबरकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.68 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से सात पैसे की बढ़त है। बुधवार को सेंसेक्स 386.47 अंक गिरकर 81,715.63 अंक और निफ्टी 112.60 अंक फिसलकर 25,056.90 अंक पर बंद हुआ था।
भाषा