शुरुआती कारोबार में बुधवार को सेंसेक्स 198 अंक चढ़ गया और निफ्टी भी फिर से 9,900 अंक के पार चला गया। इसके पीछे अहम वजह रीयल्टी, तेल एवं गैस और बैंकिंग शेयरों के बीच लिवाली का दौर चलना है। ब्रोकरों के अनुसार, सितंबर डेरीवेटिवों के कल समाप्त होने को देखते हुए सटोरियों ने अपनी स्थिति को कमजोर किया है। इससे भी शेयर बाजार में तेजी का रुख देखा गया है। बंबई शेयर बाजार का 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 197.70 अंक यानी 0.62% चढ़कर 31,797.46 अंक पर खुला है। पिछले 6 सत्रों के कारोबार में इसमें 824 अंक की गिरावट देखी गई। इसी प्रकार एनएसई निफ्टी 49.55 अंक यानी 0.50% चढ़कर 9,921.05 अंक पर खुला है।

कारोबारियों के अनुसार अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच तनाव के बावजूद अन्य एशियाई बाजारों में सुधार देखा गया है। साथ ही घरेलू सांस्थानिक निवेशकों के पूंजी निवेश का भी बाजार को समर्थन मिला है। वहीं शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया आज 10 पैसे मजबूत होकर 65.35 पर खुला। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार बैंकों और निर्यातकों की ओर से डॉलर की ताजा बिकवाली का रुपया को समर्थन मिला है। इसके अलावा शेयर बाजारों के स्थिर रुख पर खुलने से भी रुपया में यह मजबूती देखी गई है।

हालांकि डॉलर की मजबूती का मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व का अपनी लेखाबही को दुरुस्त करने का एक निर्णय है जिसके चलते रुपये में यह तेजी थमी। साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कर सुधार योजना जारी होने से भी डॉलर में स्थिर रुख बना हुआ है। कल डॉलर के मुकाबले रुपया 35 पैसे टूटकर 65.45 पर बंद हुआ था।