बाजार नियामक सेबी ने उद्योगपति विजय माल्या की पूर्व सूचीबद्ध समूह कंपनियों से अन्य इकाइयों को धन के कथित हेरफेर मामले में अपनी जांच तेज की है। इसके साथ ही सेबी इस मामले को आगे कार्रवाई के लिए गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एस एफ आई ओ) जैसी अन्य एजेंसियों भी भेज रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा,‘हमने यूनाइटेड स्प्रिट्सि (यूएसएल) द्वारा ताजे खुलासे को देखा है। हमने प्रतिभूति बाजार निमयों के संदिग्ध उल्लंघन की पड़ताल शुरू की है।’ अधिकारी ने कहा,‘माल्या के करीबी तथा विभिन्न सूचीबद्ध समूह कंपनियों में वरिष्ठ पदों पर आसीन रहे अधिकारी जांच के घेरे में हैं। इसके साथ ही समूह की कुछ कंपनियों के पूर्व ऑडिटर भी है।’ अधिकारी कहा कि समूह की कुछ कंपनियों द्वारा सूचीबद्धता समझौते के उल्लंघन के लिए कार्रवाई पहले ही चल रही है।
अधिकारी ने कहा कि धन की हेरफेर के मामले की जांच पड़ताल एसएफआईओ द्वारा भी किए जाने की जरूरत है। इसके साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी परिदृश्य में आया है क्योंकि ऐसा संदेह है कि धन का हेरफेर विदेश स्थित इकाइयों को किया गया। अधिकारी ने कहा कि इस बारे में ब्रिटेन व अमेरिका स्थित विदेशी नियामकों से भी मदद मांगी जाएगी जहां माल्या की विदेशी ब्रेवरी फर्म व अन्य उपक्रम हैं। उल्लेखनीय है कि माल्या व उनकी समूह कंपनियां किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा लिए गए कर्ज के कथित हेरफेर के लिए प्रवर्तन निदेशालय की जांच का पहले ही सामना कर रही हैं। सेबी को धन ईधर उधर करने में नियमों के उल्लंघन में विदेशी हुंडियों के कथित इस्तेमाल की शिकायतें भी मिली हैं। इस मामले को अलग से देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि यूनाइटेड स्प्रिट्सि लिमिटेड (यूएसएल) द्वारा पूर्व प्रवर्तकों द्वारा 1225 करोड़ रुपए के धन की हेरीफेरी का आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद उद्योगपति विजय माल्या ने रविवार (10 जुलाई) को इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सभी सौदे ‘विधिसम्मत व साफ’ थे और कंपनी अब ‘अनावश्यक आरोप’ लगा रही है।
उन्होंने कहा कि डियाजियो ने शेयर खरीदने से पहले देनदारियों व संपत्तियों का विस्तृत अध्ययन किया था और अब इस तरह के आरोप लगाना ‘दुर्भाग्यपूर्ण तथा हैरानी भरा’ हैं। उल्लेखनीय है कि माल्या की अगुवाई वाले यूबी समूह ने यूएसएल में अपनी बहुलांश हिस्सेदारी 2013 में डियाजियो को बेची थी। उल्लेखनीय है कि पहले माल्या के नियंत्र में रही कंपनी यूनाइटेड स्प्रिट्स लिमिटेड (यूएसएल) ने शनिवार (9 जुलाई) को एक नया खुलासा करते हुए कहा कि कंपनी से 1,225.3 करोड़ रुपए अनुचित लेनदेन माल्या से जुड़ी किंगफिशर एयरलाइंस और उनकी फॉर्मूला वन टीम सहित विभिन्न कंपनियों के साथ किया गया। अब यह कंपनी डियाजियो के नियंत्रण में है।