भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में कटौती के कुछ ही घंटों में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने उधारी दर में 0.40 प्रतिशत कमी करने की घोषणा कर दी वहीं सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने आधार दर में कम से कम 0.25 प्रतिशत कमी का संकेत दिया।

बैंक की आधार दर में इस कटौती के बाद स्टेट बैंक के सभी रिण मसलन आवास, वाहन और कारपोरेट कर्ज पर ब्याज दर में कम से कम 0.40 प्रतिशत की कमी आएगी।

एसबीआई ने बयान में कहा कि उसने आधार दर को 0.40 प्रतिशत घटाकर 9.3 प्रतिशत करने का फैसला किया है। यह कटौती 5 अक्तूबर से प्रभावी होगी।

स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत कटौती की है और हमने इसमें 0.40 प्रतिशत कटौती कर दी। उन्होंने बताया कि 5 अक्तूबर से बैंक विभिन्न परिपक्वता अवधि की मियादी जमाओं (एफडी) पर भी ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती करेगा।

देश की सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने आधार दर में कम से कम 0.25 प्रतिशत कमी का संकेत दिया।

आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर ने रिजर्व बैंक मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा,‘स्पष्ट रूप से, ब्याज दर घटेगी, आधार दरों में कमी होगी। कटौती का एक बड़ा हिस्से का फायदा आगे दिया जाएगा। जब मैं इस (रेपो दर) के एक बड़े हिस्से की बात करती हूं तो इसका मतलब आधे से अधिक होना चाहिए।’

एक टीवी चैनल पर उन्होंने कहा कि नीतिगत दर में कटौती से 0.11 प्रतिशत असर अपेक्षित है और बैंक अपनी जमा दरों में भी 0.25 प्रतिशत कटौती कर सकता है। लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा के बारे में देना बैंक के प्रमुख व आईबीए के नवनिर्वाचित चेयरमैन अश्वनी कुमार ने कहा कि पीपीएफ, एनएससी आदि लघु बचत योजनाओं की दरें, ब्याज दरों के कम करने में प्रमुख बाधा है।

इस बीच, आंध्रा बैंक ने भी अपनी आधार दर 0.25 प्रतिशत घटाकर 9.75 प्रतिशत कर दी है। यह आज से ही प्रभावी हो गई है।वहीं कोटक मह्रिंदा बैंक के उदय कोटक ने कहा कि अगर लघु बचत योजनाओं की दर में इतनी ही, 0.50 प्रतिशत कटौती की जाती है तो वे इसका स्वागत करेंगे।

बैंक अपनी आधार दर या बेस रेट से कम पर उपभोक्ताओं को रिण नहीं दे सकते।