शेयर बाजार में बजट के बाद से ही गिरावट का दौर चल रहा है। यदि बाजार के मुख्य सूचकांक की बात करें तो सेंसेक्स और निफ्टी क्रमशः 2000 और 600 पॉइंट्स तक नीचे लुढ़क चुके हैं। वही इसके बावजूद बड़े और छोटे सरकारी बैंकों ने निवेशकों को मालामाल किया हैं। देश के बड़े सरकारी बैंकों स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की बात करें तो यह बजट के बाद से लगातार तेजी दिखा रहे हैं और अब तक अपने निवेशकों को 5% से 15% तक का रिटर्न दिया हैं।
सरकारी बैंकों शेयरों की तेजी की बड़ी वजह
दिसंबर तिमाही शानदार नतीजे : शेयर बाजार में इन दिनों नतीजों का सीजन चल रहा हैं। सभी कंपनियां दिसंबर तिमाही के नतीजे पेश कर रही हैं। वही सरकारी बैंकों ने दिसंबर तिमाही में शानदार नतीजे पेश किए। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई के मुनाफे में 62% बढ़कर 8432 करोड़ रुपए पहुंच गया है वही एक अन्य सरकारी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा के मुनाफा भी 107% उछाल के साथ 2109 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। जो बाजार और दिग्गज ब्रोकरेज हाउसेस को काफी पसंद आए।
कर्ज की मांग में इजाफा : वर्तमान समय में ब्याज दर कम होने से बैंकों को बड़ी मात्रा में फायदा मिलता हुआ नजर आ रहा है जिस वजह से देश में कर्ज की मांग लगातार बढ़ रही है। जिसे बैंकों की आय में वृद्धि देखने को मिल रही है। वही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्याज से इनकम की बात करें तो इनमें 6.5 से 14% तक की वृद्धि देखने को मिली है।
सस्ते वैल्यूएशन : बड़े सरकारी बैंक बड़े प्राइवेट बैंकों के मुकाबले वैल्यूएशन में काफी सस्ते हैं। जिस वजह से निवेशक जमकर सरकारी बैंकों में पैसा लगा रहे हैं।
राकेश झुनझुनवाला भी कर चुके है निवेश: भारतीय शेयर बाजार के वॉरेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला सरकारी बैंकिंग शेयरों पर काफी बुलिश नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उनका मानना है कि आने वाले वर्षों में सरकारी बैंक बड़े आराम से 15 से 20% तक का वार्षिक रिटर्न दे सकते है। वहीं पिछले वर्ष राकेश झुनझुनवाला ने देश के तीसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक केनरा बैंक को अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया था। वर्तमान में राकेश झुनझुनवाला की केनरा बैंक में 1.6 फीसदी (29,097,400 इक्विटी शेयर) हिस्सेदारी है।