रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस स्ट्रैटेजिक बिजनेस वेंचर्स लिमिटेड (RSBVL) ने Sanmina Corporation के साथ एक करार किया है। आरएसबीवीएल की इस संयुक्त उपक्रम में 50.1 फीसदी हिस्सेदारी और सनमीना की 49.9 फीसदी हिस्सेदारी होगी।

दोनों कंपनियों के बीच यह समझौता भारत में विश्व स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के उद्देश्य से किया गया है और इसके तहत दोनों कंपनियां एक ज्वॉइंट वेंचर बनाएंगी। जानकारी के मुताबिक, आरएसबीवीएल सनमीना की मौजूदा भारतीय इकाई में नए शेयरों में 1,670 करोड़ रुपये तक के निवेश के जरिए यह स्वामित्व हासिल करेगी और इसके नियामक मंजूरी के बाद सितंबर 2022 तक पूरा होने की उम्मीद जताई गई है।

वहीं, सनमीना अपने मौजूदा कांट्रैक्ट मैन्युुैक्चरिंग बिजनेस में योगदान देगी। साथ ही सभी निर्माण शुरू में चेन्नई में सनमीना के 100 एकड़ के परिसर में होंगे, जिनका भविष्य में विस्तार भी किया जा सकेगा। ज्वॉइंट वेंचर के तहत संचार नेटवर्किंग जैसे 5G, क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर, हाइपरस्केल डेटासेंटर को वरीयता दी जाएगी। इसके अलावा, स्वास्थ्य प्रणालियों, औद्योगिक और रक्षा क्षेत्र में उद्योगों के लिए हाई टेक्नॉलोजी हार्डवेयर भी बनाए जाएंगे। कंपनी ने इसे पीएम मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के अनुरूप बताया है।

एक बयान में सनमीना के अध्यक्ष और सीईओ जुरे सोला ने कहा कि वे भारत में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बनाने और रिलायंस के साथ साझेदारी को लेकर बेहद उत्साहित हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि ये ज्वाइंट वेंचर घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करने का काम करेगा और भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

आकाश अंबानी ने क्या कहा

इस समझौते पर रिलायंस जियो के डायरेक्टर आकाश अंबानी ने कहा कि उन्हें भारत में हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग के लिए महत्वपूर्ण बाजार अवसर तक पहुंचने के लिए सनमीना के साथ काम करने की खुशी है। आकाश अंबानी ने आगे कहा कि विकास और सुरक्षा दोनों के लिए भारत के लिए दूरसंचार, आईटी, डेटा सेंटर, 5G, क्लाउड और अन्य उद्योगों में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण में अधिक आत्मनिर्भर होना आवश्यक है।