कोरोना काल में मुकेश अंबानी ने अपने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ग्रुप को नई ऊंचाईयां दी हैं। इस दौरान उन्होंने जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रिटेल में हिस्सेदारी बेचने समेत कई कदमों से 2.2 लाख करोड़ रुपये तक की रकम जुटाई है। इसमें फेसबुक और गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों की ओर से किया गया निवेश भी शामिल है। हालांकि बड़ा सवाल यह है कि आखिर इतनी बड़ी पूंजी का मुकेश अंबानी क्या करने वाले हैं। कंपनी के आंतरिक सूत्रों के मुताबिक वह इन दिनों स्टार्टअप्स के अधिग्रहण पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा अपने डिजिटल कॉमर्स, 5जी और फाइबर टू होम बिजनेस को मजबूती देने के लिए कैश के संकट से जूझ रही कंपनियों को भी खरीदने पर विचार कर रहे हैं।
इसी साल जून महीने में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने खुद को पूरी तरह कर्जमुक्त कंपनी घोषित किया था। Live Mint की रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी डिजिटल से लेकर रिटेल तक तमाम स्टार्टअप्स का अधिग्रहण करना चाहते हैं या फिर उनमें निवेश के प्लान में हैं। 9 सितंबर की अपनी एक रिपोर्ट में कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने कहा था कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से ऐसी कंपनियों में निवेश किया जा सकता है, जो उसके कारोबार से मेल खाती हैं। बता दें कि रिलायंस जियो के बाद अब मुकेश अंबानी रिलायंस रिटेल में बड़ा निवेश हासिल करने की तैयारी में हैं। इसकी शुरुआत सिल्वर लेक कंपनी से हुई है, जिसने रिलायंस रिटेल में 1.75 प्रतिशत हिस्सेदारी 7,500 करोड़ रुपये में ली है।
रिलायंस रिटेल के और शेयर बेचने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड कई अन्य बड़ी कंपनियों से भी बातचीत कर रही है। सिल्वर लेक को शेयर बेचने के बाद पिछले सप्ताह शुक्रवार को शेयर मार्केट में रिलायंस के शेयर 7% बढ़कर 2,313.90 रूपए पर पहुंच गए जिसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 200 बिलियन डॉलर की मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली भारत की पहली कंपनी बन गई।
फ्यूचर ग्रुप की पेमेंट में भी जाएगी रकम: एक्सिस कैपिटल की मानें तो रिलायंस रिटेल अब तक जुटाए गए रूपयों का उपयोग फ्यूचर ग्रुप पेय-आउट/डेब्ट रिपेमेंट के लिए करेगी। पिछले महीने रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने फ्यूचर ग्रुप के रिटेल ब्रांड फ्यूचर रिटेल का 24,713 करोड़ रुपए में अधिग्रहण कर लिया था। अब रिलायंस रिटेल ग्रोसरी, इलेक्ट्रिकस और फ्यूल रिटेलिंग में भारत का सबसे बड़ा रिटेलर है।
2007 में दुनिया के सबसे अमीर शख्स थे मुकेश अंबानी: बीते कुछ महीनों में हासिल किए गए निवेश के दम पर ही मुकेश अंबानी दुनिया के अमीरों में 5वें नंबर पर आ गए हैं। हालांकि एक दौर ऐसा भी रह चुका है, जब वह बिल गेट्स को पछाड़कर दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए थे। दरअसल यह अक्टूबर 2007 की बात है, जब मुकेश अंबानी बिल गेट्स, वॉरेन बफेस, कार्लोस स्लिम जैसे दिग्गज अरबपतियों को पछाड़कर नंबर वन पर काबिज हो गए थे। बीते 13 सालों में अंबानी की दौलत में 25 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। 2007 में अंबानी की दौलत 63.2 अरब डॉलर थी, जबकि गेट्स और स्लिम की संपत्ति उस दौर में 62.29 अरब डॉलर थी।