रिलायंस रिटेल अब सैलून के व्यवसाय में भी प्रवेश करने के लिए तैयार है। रिलायंस की चेन्नई स्थित नेचुरल्स सैलून एंड स्पा में लगभग 49% हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। नेचुरल्स सैलून एंड स्पा की सीधे हिंदुस्तान यूनिलीवर के लैक्मे और एनरिक और गीतांजलि सहित क्षेत्रीय ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा चलती रहती है।
इनसे होगी सीधी टक्कर
कंपनी के अधिकारियों ने इस बातचीत को लेकर कहा कि नेचुरल्स सैलून एंड स्पा चलाने वाली कंपनी ग्रूम इंडिया सैलून एंड स्पा में रिलायंस लगभग 49% हिस्सेदारी हासिल करके एक संयुक्त उद्यम में प्रवेश करने की तैयारी में है। यदि रिलायंस की यह डील पूरी हो जाती है तो इसकी सीधी टक्कर हिंदुस्तान यूनिलीवर के लैक्मे, एनरिक और गीतांजलि सहित क्षेत्रीय ब्रांडों के साथ होगी।
रिलायंस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “पूरे भारत में ग्रूम इंडिया सैलून एंड स्पा के करीब 700 आउटलेट हैं और रिलायंस इसे चार-पांच गुना बढ़ाना चाहती है। हालांकि मौजूदा प्रमोटर अपना संचालन जारी रख सकते हैं और रिलायंस की फंडिंग से नेटवर्क के विस्तार में मदद मिलेगी।”
भारत में 20,000 करोड़ रुपये के सैलून उद्योग में लगभग 6.5 मिलियन लोग हैं जिनमें ब्यूटी पार्लर और नाई की दुकानें भी शामिल हैं। यह कोविड 19 महामारी के दौरान सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक था। इस दौरान ग्रूम्स इंडिया सैलून एंड स्पा के सीईओ ने सरकार से दो दशक पुराने व्यवसाय को चालू रखने के लिए सोशल मीडिया पर वित्तीय सहायता का अनुरोध भी किया था।
नेचुरल्स सैलून और स्पा के सीईओ सीके कुमारवेल ने टाइम्स ग्रुप से बातचीत के दौरान कहा, “बातचीत शुरुआती स्तर पर है। कोविड ने हर व्यवसाय को प्रभावित किया और सैलून शायद सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। लेकिन पिछले सात महीनों में व्यापार मजबूत हुआ है और हिस्सेदारी कम करने का कारण कोविड नहीं है।”
रिलायंस रिटेल के प्रवक्ता ने कहा, “एक नीति के रूप में हम मीडिया की अटकलों और अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करते हैं। हमारी कंपनी निरंतर आधार पर विभिन्न अवसरों का मूल्यांकन करती है। हमने सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड के तहत भारत के विनियम 2015 और स्टॉक एक्सचेंजों के साथ हमारे समझौते में अपने दायित्वों के अनुपालन में आवश्यक खुलासे किए हैं और इसे जारी रखेंगे।”