एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की बेटी ईशा की शादी बड़े कारोबारी परिवार में हुई है। ईशा के ससुर अजय पीरामल की कंपनी फार्मा, हेल्थकेयर और फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़ी है। ये कंपनी कर्ज संकट से जूझ रहे दीवान हाउसिंग फाइनेंस (DHFL) का अधिग्रहण करने वाली है।

कर्ज संकट से जूझ रही डीएचएफल: डीएचएफएल पर बैंकों का 90 हजार करोड़ से ज्यादा का बकाया है। इसमें 10,083 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा बकाया भारतीय स्टेट बैंक का है। इसके अलावा मुख्यतौर पर बैंक आफ इंडिया के (4,125 करोड़ रुपये), केनरा बैंक (2,681 करोड़ रुपये), एनएचबी (2,434 करोड़ रुपये), यूनियन बैंक (2,378 करोड़ रुपये) भी शामिल है।

22 साल की उम्र में कारोबार को संभाला: अजय पीरामल ने 1977 में 22 साल की उम्र में अपने परिवार के कपड़ा व्यवसाय से शुरुआत की थी, लेकिन बाद में फार्मा सेक्टर में अपनी एक खास पहचान बनाई। अजय पीरामल ने 32 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया की एक बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी एस्ट्रा निकोलस की एक शाखा निकोलस लैबोरेटरीज का अधिग्रहण किया।

उन्होंने निकोलस लैब्स को 16.5 करोड़ रुपये में खरीदा। इसके बाद अचानक अजय पीरामल चर्चा के केंद्र में आ गए। इसके बाद अजय पीरामल ने निकोलस पीरामल के नाम से मशहूर दवा व्यवसाय को बहुत विस्तार दिया।

हालांकि, 2010 में कंपनी के घरेलू फॉर्म्युलेशन के व्यापार को 3.72 अरब डॉलर में एक अमेरिकी फर्म ऐबट लैबोरेटरीज को बेच दिया। अजय पीरामल की कंपनी पीरामल एंटरप्राइजेज फार्मा, हेल्थकेयर और फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़ी है। पीरामल ग्रुप का 30 देशों में ब्रांच है। (ये पढ़ें—नवीन जिंदल खरीदेंगे ​अनिल अंबानी की कंपनी को!)

पीरामल के बेटे से ईशा अंबानी की शादी: आपको बता दें कि साल 2018 में मुकेश अंबानी की बेटी ईशा की शादी अजय पीरामल के बेटे आनंद से हुई है। पीरामल एंटरप्राइजेज की बोर्ड में आनंद पीरामल भी शामिल हैं। फिलहाल, अजय पीरामल की संपत्ति 3.6 बिलियन डॉलर है। वह भारतीय अमीरों की सूची में 50वें स्थान पर हैं, जबकि दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में 727वां स्थान आता है। (ये पढ़ें—मुकेश अंबानी और अजय पीरामल में सबसे बड़ा दानवीर कौन)

वहीं, अजय पीरामल के समधी मुकेश अंबानी की बात करें तो वह दुनिया के 12वें सबसे दौलतमंद अरबपति हैं। मुकेश अंबानी की कुल दौलत 71.7 बिलियन डॉलर के करीब है। वह एशिया के सबसे दौलतमंद शख्स बने हुए हैं। मुकेश अंबानी के रिलायंस का कारोबार पेट्रोकेमिकल के अलावा टेलीकॉम, रिटेल सेक्टर में विस्तार कर चुका है।