RBI MPC June 2022: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बुधवार को रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। आरबीआई ने कई सालों के स्तर पर पहुंची महंगाई के कारण 0.50 फीसद रेपो रेट में बढ़ोतरी (RBI Repo Rate Hike) की है। यह एक महीने में दूसरी बढ़ोतरी है, पिछली बार 0.40 फीसद की बढ़ोतरी की गई है। इससे अब लोगों को घर खरीदना और किसी लोन को चुकाना और महंगा हो जाएगा। यानी अगर आप लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो अब आपको अधिक ईएमआई चुकाना होगा।
50 बेसिस प्वाइंट रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद अब नई दर 4.90 प्रतिशत हो गई है। इसके अलावा MSF और बैंक रेट बढ़कर 5.15 फीसद हो चुका है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी ने सर्वसम्मति से पॉलिसी रेपो दर को 50 बीपीएस बढ़ाकर 4.90% करने के लिए मतदान किया।
उन्होंने कहा कि इस कारण स्थायी जमा सुविधा (SDF) एसडीएफ दर को 4.65% और सीमांत स्थायी सुविधा ( MSF) एमएसएफ दर और बैंक दर को 5.15% तक समायोजित किया गया है। इस बढ़ोतरी से लोगों को अब अधिक लोन चुकाना पड़ सकता है। साथ ही बैंक रेट बढ़ने से एफडी और अन्य स्कीम की दरों में बढ़ोतरी हो सकती है।
8.7% जीडीपी रहने का अनुमान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 31 मई को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी अनुमानों के अनुसार, 2021-22 में भारत की जीडीपी वृद्धि 8.7% रहने का अनुमान है। 2021-22 में वास्तविक जीडीपी का यह स्तर पूर्व-महामारी, यानी 2019-20 के स्तर से अधिक होगा।
मुद्रास्फीति 6.7 फीसद रहने का अनुमान
इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस सत्र 2022 में और भारतीय बास्केट में कच्चे तेल की औसत कीमत 105 डॉलर प्रति बैरल है। इस कारण मुद्रास्फीति अब 2022-23 में 6.7% होने का अनुमान है। बता दें कि फूड इंफ्लेशन मार्च में 7.68 फीसदी की तुलना में उछलकर अप्रैल में 8.38 फीसदी पर पहुंच गई थी। अभी मई महीने की महंगाई के आंकड़े जारी नहीं हुए हैं।