भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक आखिरकार आज (6 अगस्त) को अपनी तीन दिन तक चले विचार-विमर्श समाप्त होने के साथ, गवर्नर संजय मल्होत्रा सुबह 10:00 बजे प्रमुख ब्याज दर पर फैसला सुना दिया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा बुधवार को चालू वित्त वर्ष की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा की और इसमें कोई परिवर्तन ना करते हुए 5.50 प्रतिशत पर स्थिर रखा है।। विश्लेषकों का मानना था कि हाल ही में तीन बार में रेपो दर में कुल एक प्रतिशत की कटौती के बाद इस बार नीतिगत दरों में बदलाव की संभावना कम है। मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली छह-सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में नीतिगत दर पर विचार-विमर्श का सिलसिला सोमवार से ही जारी है। पढ़ें लाइव…
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रेपो वह ब्याज दर है, जिस पर वाणिज्यिक बैंक अपनी तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं। रेपो दर के यथावत रहने से आवास, वाहन समेत अन्य खुदरा कर्ज पर ब्याज में बदलाव होने की संभावना नहीं है।
आरबीआई 06 अगस्त, 2025 को LAF के तहत 2 दिवसीय वैरिएबल रेट रिवर्स रेपो (VRRR) नीलामी आयोजित करेगा। वर्तमान और विकसित लिक्विडिटी स्थितियों की समीक्षा पर, केंद्रीय बैंक ने कहा कि बुधवार, 06 अगस्त, 2025 को वैरिएबल रेट रिवर्स रेपो (वीआरआरआर) नीलामी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
1. आरबीआई ने दरें अपरिवर्तित रखीं2. मुद्रास्फीति का दृष्टिकोण अब अधिक अनुकूल है, जो मजबूत मानसून द्वारा समर्थित है। हालांकि, प्रतिकूल आधार प्रभाव और वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण सीपीआई मुद्रास्फीति 4% से ऊपर जा सकती है। मुख्य मुद्रास्फीति 4% से अधिक रहने की संभावना3. FY26 के लिए GDP आउटलुक 6.5% रहने का अनुमान है
चुनौतीपूर्ण बाह्य परिवेश के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मूल्य स्थिरता के साथ स्थिर वृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ रही है : आरबीआई
आरबीआई बैंक लॉकर में रखी वस्तुओं के संबंध में दावा निपटान को मानकीकृत करेगा: गवर्नर संजय मल्होत्रा
भारतीय नागरिकों का हित और कल्याण हमारी शीर्ष प्राथमिकता : गवर्नर
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की पूंजी पर्याप्तता और नकदी से संबंधित वित्तीय मानदंड बेहतर बने हुए हैं : आरबीआई गवर्नर
इसके साथ ही आरबीआई ने मौद्रिक नीति रुख को भी तटस्थ बनाये रखा है। इसका मतलब है कि केंद्रीय बैंक आर्थिक स्थिति के हिसाब से नीतिगत दर में समायोजन को लेकर लचीला बना रहेगा। रेपो वह ब्याज दर है, जिस पर वाणिज्यिक बैंक अपनी तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं। रेपो दर के यथावत रहने से घर, कार समेत अन्य खुदरा कर्ज पर ब्याज में बदलाव होने की संभावना नहीं है।
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2026 के लिए अपने सीपीआई मुद्रास्फीति अनुमान को पहले के लक्ष्य 3.7 प्रतिशत से घटाकर 3.1 प्रतिशत कर दिया है।
चालू खाते के घाटे के टिकाऊ स्तर पर रहने का अनुमान: आरबीआई गवर्नर।
आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान घटाकर 3.1 प्रतिशत किया। जून में इसके 3.7 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया गया था।
FY26 के लिए सकल घरेलू उत्पाद का पूर्वानुमान
FY26 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.50%
Q1: 6.5 प्रतिशत
Q2: 6.7 प्रतिशत
Q3: 6.6 प्रतिशत
Q4: 6.3 प्रतिशत
आरबीआई गवर्नर ने कहा, "Q1FY27 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.6% अनुमानित है। जोखिम समान रूप से संतुलित हैं।"
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र की वृद्धि सुस्त और असमतल है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। जोखिम दोनों ओर संतुलित और भू-राजनीतिक तनाव बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं।
मुख्य मुद्रास्फीति उम्मीद के मुताबिक चार प्रतिशत पर स्थिर रही: आरबीआई गवर्नर
रेपो दर में एक प्रतिशत कटौती का प्रभाव अभी पूरी तरह नहीं दिखा है : गवर्नर
मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने ‘तटस्थ’ रुख कायम रखने का फैसला किया: आरबीआई गवर्नर
रेपो रेट में कोई बदलाव ना होने का सीधा मतलब है कि आपकी होम व कार लोन EMI में कोई चेंज नहीं होगा। यानी जितनी EMI अभी आप दे रहे हैं, उतनी ही देनी होगी।
मॉनसून अच्छी प्रगति कर रहा है, जिससे अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी : आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा
मौद्रिक नीति समिति ने मौजूदा स्थितियों पर विचार करते हुए रेपो दर में बदलाव नहीं किया : आरबीआई गवर्नर।
जून की बैठक में MPC ने प्रमुख ब्याज दर में 50 बीपीएस की कटौती की घोषणा की थी। अपने तीन दिवसीय विचार-विमर्श के बाद, गवर्नर संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में आरबीआई एमपीसी ने घोषणा की कि रेपो दर 5.50 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहेगी।
जून की बैठक में एमपीसी ने प्रमुख ब्याज दर में 50 बीपीएस की कटौती की घोषणा की थी।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को 5.50 प्रतिशत पर यथावत रखा।
अपने तीन दिवसीय विचार-विमर्श के बाद, गवर्नर संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में आरबीआई एमपीसी ने घोषणा की कि रेपो दर 5.50 प्रतिशत पर स्थिर रहेगी। जून की बैठक में एमपीसी ने प्रमुख ब्याज दर में 50 बीपीएस की कटौती की घोषणा की थी।
MPC की तीन दिन तक चली बैठक आज समाप्त हो गई। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने अपना भाषण शुरू कर दिया है और प्रमुख ब्याज दर पर आरबीआई एमपीसी द्वारा लिए गए बहुप्रतीक्षित फैसले की घोषणा करेंगे। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक रेपो रेट पर यथास्थिति बनी रहने की संभावना दिख रही है। सभी की निगाहें रेपो रेट, मुद्रास्फीति पूर्वानुमान, जीडीपी वृद्धि अनुमान समेत अन्य आर्थिक संकेतकों पर हैं।
RBI ने फरवरी 2025 में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के साथ रेपो रेट में कटौती शुरू की। अप्रैल में भी इसी तरह की कटौती की गई। जून में उम्मीद से अधिक 50 BPS की घोषणा की गई। इस प्रकार, फरवरी और जून 2025 के बीच कुल कटौती 100 बेसिस प्वाइंट की हो जाती है। मौजूदा समय में रेपो रेट 5.5% है।
अगर RBI रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखता है, तो रेपो रेट से जुड़ी सभी बाहरी बेंचमार्क ऋण दरों (EBLR) में कोई बदलाव नहीं होगा। हालांकि, ऋणदाता उन लोन पर अपनी ब्याज दरों में संशोधन कर सकते हैं जो MCLR से जुड़े हैं।
अपनी जून 2025 की नीति बैठक में, RBI ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद के पूर्वानुमान को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा, यह कहते हुए कि जोखिम समान रूप से संतुलित थे। वर्ष के लिए मुद्रास्फीति दृष्टिकोण को संशोधित कर 3.7 प्रतिशत कर दिया गया। वैश्विक चुनौतियों के बीच जीडीपी वृद्धि दर धीमी रहने की उम्मीद थी।
अपनी जून 2025 की नीति बैठक में, RBI ने रेपो दर को 50 आधार अंकों से घटाकर 5.50 प्रतिशत कर दिया और नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में 100 आधार अंकों की कटौती करके 3 प्रतिशत कर दिया। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने भी अपना रुख 'समायोज्य' से 'तटस्थ' कर दिया है, जो आगे चलकर अधिक संतुलित नीति दृष्टिकोण का संकेत देता है।
गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) में छह सदस्य होते हैं। इसमें तीन बाहरी सदस्य शामिल हैं। अक्टूबर में, केंद्र ने तीन नए बाहरी सदस्यों को नियुक्त किया था - सौगत भट्टाचार्य, अर्थशास्त्री; डॉ. नागेश कुमार, निदेशक और मुख्य कार्यकारी, औद्योगिक विकास अध्ययन संस्थान; और प्रोफेसर राम सिंह, निदेशक, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय। तीन आंतरिक सदस्य चेयरपर्सन संजय मल्होत्रा, आरबीआई के कार्यकारी निदेशक डॉ राजीव रंजन और डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव हैं।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा आज सुबह 10 बजे प्रमुख ब्याज दर पर फैसले की घोषणा करेंगे। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 4 अगस्त से अपनी द्विमासिक नीति बैठक आयोजित की और निर्णय की घोषणा आज की जाएगी।
नमस्ते! हम, Jansatta.com पर, गवर्नर संजय मल्होत्रा द्वारा आज सुबह 10:00 बजे घोषित किए जाने वाले आरबीआई एमपीसी फैसले पर आपको सिलसिलेवार अपडेट देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। केंद्रीय बैंक द्वारा घोषित निर्णय पर सभी अपडेट, प्रमुख अपेक्षाओं और बाजार की प्रतिक्रियाओं के लिए बने रहें।