RBI on loan waiver campaigns: भारतीय रिजर्व बैंक पिछले कुछ सप्ताह से ऑनलाइन फ्राड व डिजिटल ट्रांजैक्शन को लेकर लगातार नए फैसले ले रहा है। अब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लोगों को कर्ज माफी की पेशकश करने वाले भ्रामक विज्ञापनों को लेकर लोगों को आगाह किया है। RBI ने कहा है कि जनता को प्रिंट व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखने वाले लोन माफी से जुड़े मिसलीडिंग विज्ञापनों से नुकसान हो सकता है।
आरबीआई ने एक बयान जारी कर कर्ज माफी का ऑफर देने वाले विज्ञापनों को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है। केंद्रीय बैंक ने कर्ज माफी की पेशकश करने वाले ऐसे भ्रामक विज्ञापनों पर गौर किया है जो उधार लेने वाले लोगों को लुभाने की कोशिश करते हैं।
प्रिंट-सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय हैं अभियान
आरबीआई ने अपने बयान में कहा, ये संस्थाएं प्रिंट मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी ऐसे कई अभियानों को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही हैं। इन संस्थाओं द्वारा बिना किसी अधिकार के ‘ऋण माफी प्रमाणपत्र’ जारी करने के लिए सेवा/कानूनी शुल्क वसूलने की भी खबरें हैं।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि कुछ जगहों पर कुछ लोगों द्वारा कर्ज माफी की पेशकश से संबंधित अभियान चलाए जा रहे हैं, जो अपने अधिकारों को लागू करने में बैंकों के प्रयासों को कमजोर करते हैं।
आरबीआई ने कहा, ‘ऐसी संस्थाएं गलतबयानी कर रही हैं कि बैंकों सहित वित्त संस्थानों का बकाया चुकाने की जरूरत नहीं है। ऐसी गतिविधियां वित्त संस्थानों की स्थिरता और सबसे अधिक जमाकर्ताओं के हित को कमजोर करती हैं।’
आरबीआई ने आगाह किया कि ऐसी संस्थाओं के साथ जुड़ने से सीधे तौर पर वित्तीय नुकसान हो सकता है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि जनता को आगाह किया जाता है कि वे ऐसे झूठे व भ्रामक अभियानों का शिकार न बनें और ऐसी घटनाओं की शिकायत कानून प्रवर्तन एजेंसियों से करें।
एजेंसी इनपुट के साथ