टाटा संस (Tata Sons) में चेयरमैन पद की लंबी कानूनी लड़ाई पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है।
बीते सप्ताह सुप्रीम कोर्ट ने शापूरजी पालोनजी ग्रुप (Shapoorji Pallonji Group) के साइरस मिस्त्री के खिलाफ चल रहे मामले में टाटा समूह के पक्ष में फैसला सुनाया है। इस फैसले से टाटा ग्रुप का मनोबल बढ़ा है और अब उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में समूह अपने रिटेल मार्केट के कारोबार पर फोकस करने वाला है।
दरअसल, बीते दिनों ऐसी खबरें आई थीं कि टाटा समूह अपने विभिन्न कंज्यूमर बिजनेसेज को एक साथ लाते हुए एक ओम्नीचैनल डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इस प्लेटफॉर्म का नाम सुपर ऐप होगा। इस ऐप में टाटा ग्रुप की सारी सर्विस मौजूद होंगी।
टाटा के इस कदम से मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की चुनौती बढ़ेगी। आपको यहां बता दें कि इस फील्ड में पहले से रिलायंस जियो, अमेजन, पेटीएम, फ्लिपकार्ट समूह जैसी कंपनियां मौजूद हैं।
बार-बार टल रही सुपर ऐप की लॉन्चिंग: हालांकि, टाटा समूह के सुपरऐप की लॉन्चिंग कई बार टल चुकी है। पहले टाटा का सुपरऐप दिसंबर 2020 तक लॉन्च होने वाला था। उसके बाद इसे मार्च 2021 की शुरुआत में लॉन्च करने का फैसला किया गया। अब माना जान रहा है कि नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही तक इसे लॉन्च किया जा सकता है। आपको बता दें कि नए वित्त वर्ष की शुरुआत 1 अप्रैल से होने वाली है।
बिग बास्केट में हिस्सेदारी: रिटेल मार्केट में कदम बढ़ाते हुए इसी साल टाटा समूह ने बिग बास्केट में 68 प्रतिशत हिस्सेदारी करीब 9,500 करोड़ रुपये में खरीदने का ऐलान किया था। बिग बास्केट, ऑनलाइन किराना सामान बेचने वाली कंपनी है।
माना जा रहा है कि इस डील की वजह से ही सुपरऐप की लॉन्चिंग में भी देरी हो रही है। नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाला टाटा समूह बेंगलुरू के इस स्टार्टअप में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदने पर महीनों से काम कर रहा था। बहरहाल, बिगबास्केट के अधिग्रहण की डील के मामले में टाटा भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की मंजूरी का इंतजार कर रही है। निश्चित सीमा से अधिक के सौदे के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से मंजूरी लेने की जरूरत होती है।