योग गुरु रामदेव प्रवर्तित कम्पनी पतंजलि आयुर्वेद को मध्यप्रदेश सरकार ने पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में करीब 500 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश से खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र लगाने के लिए 40 एकड़ जमीन आवंटित की है। इस जमीन के लिए कम्पनी को 10 करोड़ रुपए चुकाने होंगे। प्रदेश सरकार के औद्योगिक केंद्र विकास निगम (एकेवीएन) की इंदौर इकाई के प्रबंध निदेशक (एमडी) कुमार पुषोत्तम ने गुरुवार (8 सितंबर) को बताया, ‘हमने पतंजलि आयुर्वेद को पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में 40 एकड़ जमीन 25 लाख रुपए प्रति एकड़ की दर पर आवंटित की है। हमने इस कम्पनी को पत्र भेजकर कहा है कि वह इस जमीन के बदले प्रदेश सरकार के खजाने में 10 करोड़ रुपए जमा कराए।’
उन्होंने बताया कि पतंजलि आयुर्वेद का कहना है कि वह इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र में अगले तीन साल के दौरान 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इस इकाई के जरिए करीब 5,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। पुरुषोत्तम ने कहा, ‘पतंजलि आयुर्वेद को वे सभी सुविधाएं दी जा रही हैं, जो प्रदेश सरकार की नीतियों के मुताबिक खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को दी जाती हैं।’ प्रदेश सरकार खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को रियायती दर पर जमीन के आवंटन के साथ प्रवेश कर, मंडी शुल्क और विद्युत शुल्क में तय छूट समेत अलग-अलग सुविधाएं देती है।
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने यहां जारी बयान में कहा कि राज्य की भाजपा सरकार पतंजलि आयुर्वेद पर ‘खास मेहरबानी’ दिखा रही है। उन्होंने कहा, ‘हम प्रदेश में निवेश करने वाली कम्पनियों को छूट दिए जाने के विरोध में नहीं हैं। लेकिन प्रदेश सरकार पतंजलि आयुर्वेद को सुविधाएं देने में जितनी तत्परता दिखा रही है, उतनी तेजी दूसरे निवेशकों के मामले में नहीं दिखायी जाती।’ उन्होंने सवाल किया, ‘क्या पतंजलि आयुर्वेद पर प्रदेश सरकार इसलिए मेहरबान है, क्योंकि इसके प्रवर्तक रामदेव हमेशा भाजपा के समर्थन में खड़े दिखाई देते हैं।’