पेटीएम के शेयर में आईपीओ में बाद से बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट ने अब एक्सचेंज को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने पेटीएम से शेयरों में भारी गिरावट को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। बता दें आईपीओ के बाद से पेटीएम से शेयरों 76 फीसदी तक की गिरावट हुई है। 

निवेशकों का हुआ बड़ा नुकसान: पेटीएम ने 2150 प्रति शेयर के हिसाब से 18,300 करोड़ रुपए शेयर बाजार में निवेशकों से जुटाए थे। जुटाई गई रकम के मामले में ये देश का सबसे बड़ा आईपीओ था लेकिन बाजार में लिस्टिंग के बाद से शेयर ने निवेशकों को बड़ी चपत लगाई है। लिस्टिंग के पहले दिन ही शेयर अपने इश्यू प्राइस से 25 फीसदी तक फिसल गया, जिसके बाद से शेयर में लगातार गिरावट का क्रम जारी है। आईपीओ के समय पेटीएम का बाजार पूंजीकरण 1.39 लाख करोड़ रुपए था जो अब घटकर 35 हजार करोड़ रुपए से भी कम रहा गया है।

पेटीएम पेमेंट बैंक पर लगी रोक: आरबीआई ने 11 मार्च को पेटीएम की इकाई पेटीएम पेमेंट बैंक पर नए ग्राहक बनाने पर रोक लगाने के साथ आईटी सिस्टम का ऑडिट करने का आदेश दिया था। आरबीआई के द्वारा लगाई गई इस रोक पर एक मीडिया रिपोर्ट भी सामने आई थी जिसमें ये दावा किया गया था कि कंपनी के सर्वर से उपभोक्ताओं का डाटा विदेश भेजा जा रहा था। वहीं इस रिपोर्ट में कंपनी के केवाईसी करने के तरीके पर भी सवाल उठते हुए इसे मनीलांड्रिंग से भी जोड़कर देखा गया था। मीडिया रिपोर्ट्स पर पेटीएम ने सफाई देते हुए इन्हें झूठा और सनसनीखेज बता दिया था।

एक महीने में 30 फीसदी गिरा पेटीएम: खबरों के बाद से पेटीएम के शेयर में गिरावट बड़ी गिरावट हुई है। बीते एक हफ्ते की बात करें तो पेटीएम के शेयर का भाव 17 मार्च 2022 को 633 रुपए था जो 24 मार्च को एनएसई पर सुबह 10:57 बजे 533 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से करोबार कर रहा है। इस तरह शेयर में पिछले एक हफ्ते में 15.33 फीसदी से की गिरावट हई है।

एक महीने पहले 24 फरवरी को शेयर का भाव 777 रुपए जो 24 मार्च को एनएसई पर सुबह 10:57 बजे 533 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से करोबार कर रहा है। इस तरह शेयर में पिछले महीने में 30 फीसदी से अधिक की गिरावट हुई है।