त्योहारी मौसम को मांग को देखते हुए 3 अक्टूबर से देश के 250 जिलों में शामियाना ‘लोन मेला’ की शुरुआत की जा रही है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य खुदरा ग्राहकों के साथ ही लघु व मझोले उपक्रमों को ऋण मुहैया कराना है।
3 अक्टूबर से चार दिन तक रिटेल, कृषि, वाहन, घर, एमएसएमई, शिक्षा और पर्सनल कैटेगरी में लोन मंजूर किए जाएंगे। इस लोन मेला में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कॉर्पोरेशन बैख शामिल होंगे। त्योहारी सीजन में मांग को देखते हुए बैंकों की तरफ से यह पहल की गई है। इस पहल के पहले चरण में एसबीआई देश के 48 जिलों में लोन बांटने का काम करेगी। वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से 250 में 17 जिलों में ऋण दिया जाएगा।
इसके साथ ही बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से किसान पखवाड़ा का भी आयोजन किया जा रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि इस दौरान बैंक की अधिकतर शाखाएं कृषि ऋण को बढ़ावा देने की दिशा में काम करेंगी। इससे पहले अपनी प्रदर्शन की वार्षिक समीक्षा के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने 400 जिलों में पहुंचने का निर्णय लिया था।
इसमें प्राइवेट बैंकों ने भी रुचि व्यक्त की है। यह सिस्टेमेटिक बैंकिंग रिफॉर्म प्रोसेस का हिस्सा है जिसमें बैंक ग्राहकों के घर तक पहुंच रहे हैं। बैंकों की तरफ से लगाए जाने वाले यह कैंप एमएसएमई, स्माल रिटेल बिजनेस को एक ही स्थान पर बैंक सेवाएं उपलब्ध कराएंगे। इसमें ऑटो, होम, पर्सनल और बिजनेस सेक्शन के तहत लोन देना शामिल है।
इससे त्योहारी मौसम में बैंकों को न सिर्फ अपना बिजनेस बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि उपभोक्ता के हाथों में भी खर्च करने के लिए पैसे आएंगे। बैंकों की तरफ से लगाए जाने वाले इन कैंपों में लोगों को लोन के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। व्यापारियों और ग्राहकों तक सूचना पहुंचाने के लिए स्थानीय वेंडर एसोसिएशन, कमर्शियल ऑर्गनाइजेशन और चैंबर्स ऑफ कॉमर्स को भी शामिल किया जाएगा।
केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया की राह पर आगे बढ़ते हुए इस पहल में वित्तीय समावेशन और डिजिटल भुगतान की विधियों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया जाएगा। इस लोन मेले के दूसरे चरण में 150 जिलों को शामिल किया जाएगा। दूसरा चरण दिवाली से पहले 21 अक्टूबर से लेकर 25 अक्टूबर तक चलेगा।