चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच देश की दिग्गज किचन एंप्लायंसेज बनाने वाली कंपनी TTK Prestige ने पड़ोसी देश से किसी भी सामान का आयात न करने का फैसला लिया है। कंपनी के चेयरमैन टी.टी जगन्नाथ ने कहा कि मौजूदा ऑर्डर्स के बाद हमने चीन से किसी भी सामान का आयात न करने का फैसला लिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी स्थानीय स्तर पर ही जरूरी सामान की मैन्युफैक्चरिंग करेगी या फिर चीन के विकल्प के तौर पर वियतनाम और तुर्की जैसे बाजारों से आयात करेगी। 5 साल पहले TTK Prestige अपने पार्ट्स का एक तिहाई हिस्सा चीन से ही आयात करती थी। फिलहाल यह घटकर 10 पर्सेंट रह गया है और अब कंपनी इसे पूरी तरह से खत्म करने पर विचार कर रही है।

जगन्नाथ ने कहा कि हमने चीन से कुकर्स के आयात को बंद कर दिया है। इसके अलावा कुछ और एप्लायंसेज के आयात को कम किया है। फिलहाल हम वैक्यूम क्लीनर जैसी चीजों का ही इंपोर्ट कर रहे हैं, जिसकी घरेलू बाजार में मांग काफी कम है। बता दें कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों में एलएसी पर झड़प हो गई थी, जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे।

इस घटना के बाद से कारोबारी क्षेत्र में भी चीन का तीखा विरोध देखने को मिल रहा है। TTK Prestige के चेयरमैन जगन्नाथ ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से घोषित आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वह कंपनी को आगे बढ़ाना चाहते हैं।

कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में पेश किए गए नोट में कहा गया है कि आपकी कंपनी ने बीते कुछ सालों में मेक इन इंडिया की नीति के तहत काम किया है। हमने हमेशा अपने कंपोनेंट्स के लिए लोकल वेंडर्स को प्राथमिकता दी है और चीन से आयात सिर्फ 10 फीसदी तक ही सीमित किया है। लेकिन अब भविष्य में कंपनी पूरी तरह से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना चाहती है। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान करते हुए आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा की थी। इसके अलावा उन्होंने वोकल फॉर लोकल का नारा भी दिया था।