Pradhan Mantri Awas Yojana Expansion: ऐसा लगता है कि मोदी सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) 2.0 को एक्सपेंड करने की योजना बना रही है। सबके लिए आवास उपलब्ध कराने के इरादे से आई इस हाउसिंग स्कीम तहत अगले 5 सालों में शहरी इलाकों में 1 करोड़ अतिरिक्त घर बनाए जाने का लक्ष्य है। खास बात है कि ये घर मिडिल और लोअर-मिडिल क्लास (middle and lower-middle class) के लिए बनाए जाएंगे।

श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने मोदी सरकार की फ्लैगशिप स्कीम के तहत अब देशभर के हाशिये पर पड़े कामगारों के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है।

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PIB की एक रिलीज के मुताबिक, श्रम मंत्रालय ने सभी राज्यों को एक पत्र लिखकर कहा है कि प्रवासी मजदूरों, बिल्डिंग वर्कर्स, बीड़ी मजदूर, सिने वर्कर्स, नॉन-कोल माइन वर्कर्स (गैर-कोयला खदान मजदूर), कॉन्ट्रैक्ट श्रमिक और दूसरे असंगठित क्षेत्रों के श्रमिकों को हाउसिंग स्कीम के तहत लाया जाए।

रिलीज के मुताबिक, ‘पात्र लाभार्थियों को 2 करोड़ अतिरिक्त घर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, वित्त वर्ष 2024-25 से 2028-29 तक अतिरिक्त पांच वर्षों के लिए पीएमएवाई (PMAY) के कार्यान्वयन को बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद यह निर्णय लिया गया है। यह पहल आर्थिक रूप से कमजोर श्रमिकों की घरों की जरूरत को पहचानती है।’

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श्रम मंत्रलाय ने इस बात पर जोर देकर कहा है कि ये श्रमिक समाज के वंचित वर्ग से हैं और इसलिए PMAY के तहत इन लोगों को घर मिलना ना केवल सामाजिक न्याय है बल्कि उनकी रहने की परिस्थितियों (living conditions) को भी सुधारने की तरफ एक जरूरी कदम है।

प्रधानमंत्री आवास योजना-अर्बन (Pradhan Mantri Awas Yojana-Urban)क्या है?

बता दें कि PMAY-U भारत सरकार द्वारा ‘सबको आवास’ मुहैया कराने के इरादे से लॉन्च की गई एक फ्लैगशिप स्कीम है। इस स्कीम के तहत शहरी इलाकों के सभी लाभार्थी सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाएं पा सकते हैं।