PPF 15+5+5 formula Can make 80 Lakh Rupees Fund: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली लोकप्रिय सेविंग्स स्कीम है। पोस्ट ऑफिस और बैंक के जरिए इस स्कीम में अकाउंट खोला जा सकता है। जो लोग लॉन्ग-टर्म में अपना पैसा इकट्ठा करना चाहते हैं उनके लिए पीपीएफ हमेशा से एक जोखिम-रहित निवेश का विकल्प रहा है। टैक्स-फ्री रिटर्न, सरकारी सपोर्ट और कंपाउंडिंग बेनेफिट के साथ PPF, सरकार द्वारा ऑफर की जाने वाली दूसरी छोटी बचत योजनाओं में से एक है।
आज हम आपको बताएंगे कि भारत सरकार की यह पॉप्युलर स्कीम काम कैसे करती है। और अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए यह आपका आदर्श निवेश का ऑप्शन हो सकता है।
लॉन्ग-टर्म सेविंग के लिए क्यों चुने PPF?
सेफ्टी और ग्रोथ:
पीपीएफ योजना चक्रवृद्धि ब्याज की पावर के साथ सरकार के समर्थन के साथ सुरक्षा ऑफर करती है। इस स्कीम में जमा राशि पर वर्तमान में 7.1% ब्याज मिलता है, जो सालाना चक्रवृद्धि होता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि आपका पैसा समय के साथ बढ़ता है।
टैक्स-फ्री रिटर्न:
पीपीएफ Exempt-Exempt-Exempt (EEE) कैटेगिरी में आता है, जिसका मतलब है:
-जमा राशि, इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत कटौती के लिए पात्र है।
-इस स्कीम में मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगता है।
-मैच्योरिटी अमाउंट भी इस स्कीम में टैक्स-फ्री है।
निवेश में लचीलापन (Flexibility in investment)
पीपीएफ स्कीम में सालाना न्यूनतम 500 रुपये के साथ निवेश किया जा सकता है। कम सैलरी वाले लोग भी इस स्कीम में आसानी से खाता खोल सकते हैं। वहीं, योजना में अधिकतम सालाना डिपॉजिट की लिमिट 1.5 लाख रुपये है।
पीपीएफ नियम: एक्स्टेंशन की सुविधा (PPF Rules: Extension facility)
पीपीएफ को मैच्योरिटी 15 साल बाद तक बढ़ाने की सुविधा मिलती है। कोई भी व्यक्ति खाते को पांच साल के अंतराल में अनिश्चित समय के लिए बढ़ा सकता है।
अगर आप मैच्योरिटी के 15 साल बाद इस स्कीम को बिना निवेश किए आगे बढ़ाते हैं तो आपको 15 साल बाद क्लोजिंग बैलेंस के PPF फंड पर 7.1 प्रतिशत का सालाना ब्याज मिलता है। और अगर आप स्कीम को निवेश के साथ एक्सटेंड करते हैं तो मिलने वाला ब्याज,स्कीम में पहले से मिले ब्याज में जुड़ जाएगा।
अगर आप इस स्कीम को 5 साल तक बिना निवेश एक्स्टेंड करते हैं तो आप साल में कितना भी पैसा निकाल सकते हैं। लेकिन अगर आप निवेश के साथ इस स्कीम को आगे बढ़ाते हैं तो साल में अधिकतम 60 प्रतिशत अमाउंट ही विड्रॉ किया जा सकता है।
पीपीएफ 15+5+5 फॉर्मूला कैसे करता है काम:How the PPF 15+5+5 formula works
PPF 15+5+5 फॉर्मूला को समझने के लिए आपको स्टेप-बाय-स्टेप तरीका समझाते हैं। यह फॉर्मूला सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) योजना में निवेश की समयसीमा को बताता है। शुरुआत में आप इस स्कीम में 15 साल के लिए निवेश करते हैं। यह इस निवेश के लिए अनिवार्य लॉक-इन पीरियड है। एक बार 15 साल की यह अवधि समाप्त होने और स्कीम के मैच्योर होने पर निवेशक को 5 साल के ब्लॉक पर योजना को एक्स्टेंड करने का विकल्प मिलता है।
15+5+5 फॉर्मूला की बात करें तो इसका मतलब है कि सब्सक्राइबर 15 साल की मैच्योरिटी होने के बाद इस स्कीम को दो बार 5-5 साल के लिए एक्सटेंड करना है। इस ऑप्शन के जरिए निवेशकों को स्कीम के आगे बढ़े हुए सालों में फंड को और बढ़ाने का मौका मिलता है।
PPF में 15 साल बाद इकट्ठा हो सकता है कितना पैसा?
15 साल तक निवेश करने पर PPF में मिलने वाला अधिकतम रिटर्न
अगर आप अपने पीपीएफ अकाउंट में लगातार 15 सालों तक हर वित्तीय वर्ष में अधिकतम यानी 1.5 लाख रुपये जमा करते हैं तो अच्छा खासा पैसा इकट्ठा हो जाएगा। 7.1 प्रतिशत सालाना ब्याज की दर के हिसाब से जानें कितना पैसा आपके अकाउंट में मैच्योरिटी पर मिलेगा…
एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम जमा रकम: 1.50 लाख रुपये
15 साल में जमा होने वाली कुल रकम: 22,50,000 रुपये
15 साल बाद पीपीएफ खाते में कुल फंड: Rs 40,68,209
अगर पीपीएफ स्कीम को बिना निवेश 5 साल के लिए आगे बढ़ाया जाए तो:
15 साल बाद निवेश की गई रकम: 40,68,209 रुपये
5 साल में अनुमानित रिटर्न (7.1 प्रतिशत सालाना ब्याज): 16,64,377 रुपये
15+ 5 साल के बाद निवेश की कुल वैल्यू: 57,32,586 रुपये
अगर पीपीएफ स्कीम को और 5 सालों के लिए बढ़ा दिया जाता है तो 25 साल बाद कुल फंड की वैल्यू इतनी होगी:
20 साल बाद निवेश की गई रकम की वैल्यू: 57,32,586 रुपये
5 साल में अनुमानित रिटर्न (7.1 प्रतिशत ब्याज): 23,45,304 रुपये
निवेश की कुल वैल्यू (15+5 साल बाद): 80,77,890 रुपये
15+5+5 PPF फॉर्मूला के तहत अगर आप शुरुआत मे 15 साल तक 1.5 लाख रुपये सालाना निवेश करते हैं और फिर स्कीम को 5-5 साल के लिए फिर एक्स्टेंड कर लेते हैं तो आपके द्वारा निवेश की गई रकम लगातार बढ़ती रहेगी। मौजूदा 7.1 प्रतिशत सालाना ब्याज दर के साथ आप इस रणनीति और 15+5+5 साल वाले फॉर्मूले के साथ 25 सालों में 80,77,890 रुपये का बड़ा फंड इकट्ठा कर सकते हैं। यह स्कीम कंपाउंडिंग की पावर और फायदे दिखाती है। अगर आप लॉन्ग-टर्म में पीपीएफ से पैसा इकट्ठा करना चाहते हैं तो इस फॉर्मूले को अपना सकते हैं।
पीपीएफ सेविंग्स को मंथली पेंशन में बदलना
अगर आप पीपीएफ स्कीम में इकट्ठा हुई रकम को रखने का फैसला लेते हैं और सिर्फ 7.1 प्रतिशत की दर से मिलने वाला सालाना ब्याज ही विड्रॉ करते हैं ताकि आप अपने खर्चे पूरा कर सकें। तो आपको इतनी पेंशन हर महीना मिल जाएगी:
25 साल बाद इकट्ठा फंड (15+5+5 फॉर्मूला): 80,77,890 रुपये
सालाना ब्याज (7.1 प्रतिशत): 5,73,530 रुपये
मंथली विड्रॉल (सालाना ब्याज ÷ 12): 47,794 रुपये
इस सेटअप से आपको लगभग 48,000 रुपये की मासिक आय मिल जाएगी, जिसे आप पेंशन के रूप में मान सकते हैं। 15 वर्षों के लिए सालाना 1.5 लाख रुपये का निवेश करके और राशि को अगले 10 वर्षों तक बढ़ने देकर, आप अपने सेवानिवृत्ति के बाद के वर्षों के लिए एक स्थिर, मुद्रास्फीति-प्रतिरोधी आय (inflation-resistant income) सोर्स बनाते हैं।