पीएम नरेंद्र मोदी अपनी मितव्ययिता के लिए जाने जाते हैं। यहां तक कि अपनी सैलरी में से भी पीएम मोदी ने बड़ी बचत की है। इसके चलते बीते 15 महीनों में उनकी चल संपत्ति में 36.53 लाख रुपये का इजाफा हुआ है। सैलरी के तौर पर मिली रकम को वह सेविंग अकाउंट में रखते हैं और एक हिस्सा फिक्स्ड डिपॉजिट के तौर पर जमा करते हैं। एफडी में जमा की गई रकम पर मिला ब्याज भी उनकी राशि में इजाफा होने की एक वजह है। हाल ही में उनकी ओर से दी गई अपनी संपत्ति की जानकारी में यह बात सामने आई है।

पीएम नरेंद्र मोदी की चल संपत्ति में बीते साल के मुकाबले 26 पर्सेंट का इजाफा हुआ है। पिछले साल उनकी चल संपत्ति 1,39,10,260 थी, जो अब इस साल 30 जून को बढ़कर 1,75,63,618 रुपये हो गई है। पीएम मोदी की ओर से 12 अक्टूबर को घोषित की गई अपनी संपत्ति में यह बात सामने आई है। इस चल संपत्ति के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी की अचल संपत्ति में कोई खास इजाफा नहीं हुआ है। उनका गुजरात की राजधानी गांधीनगर में एक प्लॉट और एक घर है, जिसकी कीमत 1.1 करोड़ रुपये है। इसमें उनके अलावा परिवार का भी मालिकाना हक है। आम लोगों की तरह ही पीएम मोदी का भी टैक्स बचाने के लिए लाइफ इंश्योरेंस, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड्स में भरोसा है।

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी को 2 लाख रुपये महीने की सैलरी मिलती है, लेकिन इस साल अप्रैल से ही वह सभी सांसदों, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और मंत्रियों की तरह ही 30 फीसदी से कम सैलरी ले रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के सेविंग अकाउंट में 30 जून तक 3.38 लाख रुपये की रकम जमा थी, जबकि बीते साल 31 मार्च को यह रकम सिर्फ 4,143 रुपये ही थी। इसके अलावा उनके पास कैश के तौर पर 31,450 रुपये की राशि जून में थी। गांधीनगर की एसबीआई ब्रांच में पीएम मोदी ने एक एफडी करा रखी है, जिसकी रकम अब बढ़कर 1,60,28,039 रुपये हो गई है, जो बीते साल 1,27,81,574 रुपये ही थी।

बचत के साथ ही दान में भी आगे हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिक सहायता एवं राहत कोष (पीएम केयर्स) में अपनी जेब से दान दिया था। 27 मार्च को कोरोना के खिलाफ जंग में जब पीएम केयर फंड की शुरुआत हुई थी, तब पीएम मोदी ने अपने पास से इसमें 2.25 लाख रुपये डोनेट किए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बालिका शिक्षा से लेकर गंगा की सफाई और कोरोना तक पीएम अबतक 103 करोड़ से अधिक का दान दे चुके हैं। यह रकम पीएम नरेंद्र मोदी को खुद को मिले पुरस्कारों की नीलामी से हासिल हुई थी।