INCOME TAX: टैक्स रेट में कटौती का इंतजार कर रहे लोगों को आगामी संसद सत्र से निराशा हाथ लग सकती है। सरकार फिलहाल टैक्स रेट में कटौती के मूड में नहीं है। हाल में सरकार ने कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती की थी। इसके साथ ही नई कंपनियों के लिए भी टैक्स में कटौती की गई। इसके बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि मोदी सरकार सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था और बाजार में जोश डालने के लिए पर्सनल इनकम टैक्स (पीआईटी) में कटौती कर सकती है लेकिन फिलहाल इसकी कोई उम्मीद नहीं है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक सरकार टैक्स रेट में कटौती नहीं करेगी। सरकार का इसके पीछे तर्क है कि चीन, अमेरिका और यूके जैसे देशों में टैक्स रेट भारत से ज्यादा है ऐसे में टैक्स में भारत कटौती नहीं करेगा। हालांकि इन देशों में सोशल सिक्योरिटी बहुत उंचे स्तर पर है। यानि की इन देशों में अमीरों से भारी भरकम टैक्स तो लिया जाता है लेकिन साथ में कई सोशल सिक्योरिटी से जुड़ी कई सुविधाएं दी जाती हैं।
मसलन इन देशों में सरकारी स्कूल और अस्पताल में बेहतरीन इलाज दिया जाता है। जबकि भारत में टैक्स तो वसूला जा रहा है लेकिन सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की निम्न स्तरीय हालत किसी से छिपी नहीं है। इन देशों में 90 फीसदी बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। भारत में अभी सुपर रिच लोगों के लिए इनकम टैक्स रेट 42 फीसदी के करीब है। जबकि बात करें अमेरिका की तो वहां पर यह 50.3, जापान में 45.9 और चीन में 45 फीसदी है।
फिस्कल डेफिसिट की खाई ज्यादा गहरी होती देख सरकार फिलहाल इसपर अपने कदम पीछे खींच रही है। वहीं घटता हुआ ग्रोथ रेट भी सरकार के लिए चिंता का विषय है। कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती के बाद सरकारी रेवन्यू में बड़ी चपत लग रही है। हालांकि विदेशी कंपनियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करने के लिए सरकार के इस कदम की सराहना जरूर हो रही है। हालांकि 5 लाख रुपए तक की इनकम पर टैक्स में छूट जारी रह सकती है। सरकार ने पिछले साल पांच लाख की इनकम को टैक्स फ्री घोषित किया था।