जब भी परिवार में कोई आर्थिक संकट पैदा होता है तो सभी अपने घर पर रखे गोल्ड की ओर देखते हैं। कहावट भी है कि घर पर रखा सोना हमेशा आड़े वक्त पर काम आता है। आज वो बात चरितार्थ होती नजर आ रही है। महामारी के कारण लगे लॉकडाउन और उससे पैदा हुए आर्थिक संकट को देश का एक बड़ा हिस्सा झेल रहा है। कई परिवारों के लिए, अपने गोल्ड को गिरवी रखना ही एकमात्र रास्ता है।
परिवारों को बच्चों की शिक्षा खर्च, मेडिकल इमरजेंसी या अन्य जरूरतों के भुगतान के लिए अपने कीमती आभूषणों के साथ भाग लेना पड़ा है। हालांकि, सोने की ऊंची कीमतों और कम ब्याज दरों ने मौद्रिक संदर्भ में प्रभाव को कम किया है, जिससे धन जुटाना अपेक्षाकृत आसान हो गया है। आइए आपको भी बताते हैं कि देश के वो कौन–कौन से बैंक हैं तो गोल्ड लोन सस्ती दरों पर प्रोवाइड करा रहे हैं।
सरकारी बैंकों में कितनी हैं गोल्ड की दरें : सरकारी बैंक गोल्ड लोन पर सबसे सस्ती ब्याज दरों की पेशकश करने वाले लेंडर्स की लिस्ट में शीर्ष पर बने हुए हैं। बैंक बाजार डॉट कॉम क आंकड़ों के अनुसार तीन साल की अवधि के साथ 5 लाख रुपए के गोल्ड लोन के लिए पंजाब एंड सिंध बैंक की ब्याज दरें 7 प्रतिशत से शुरू होती हैं। इसके बाद बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) 7.3 प्रतिशत का नंबर आता है। देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ऐसे गोल्ड लोन के लिए 7.5 प्रतिशत चार्ज करता है।
यह 10 बैंक 5 लाख और 3 साल के गोल्ड लोन पर ले रहे हैं सबसे कम ब्याज
बैंक का नाम | गोल्ड लोन की ब्याज दरें | कितनी होगी ईएमआई |
पंजाब एंड सिंध बैंक | 7 फीसदी | 15,439 रुपए |
बैंक ऑफ इंडिया | 7.30 फीसदी | 15,507 रुपए |
कैनरा बैंक | 7.35 फीसदी | 15,519 रुपए |
एसबीआई | 7.50 फीसदी | 15,553 रुपए |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 8.20 फीसदी | 15,714 रुपए |
कर्नाटका बैंक | 8.49 फीसदी | 15,781 रुपए |
इंडियन बैंक | 8.50 फीसदी | 15,784 रुपए |
यूको बैंक | 8.50 फीसदी | 15,784 रुपए |
फेडरल बैंक | 8.50 फीसदी | 15,784 रुपए |
पीएनबी | 8.75 फीसदी | 15,842 रुपए |
एनबीएसफसी ले रही हैं ज्यादा ब्याज : नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां जो इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा सक्रिय हैं 9.24 प्रतिशत से लेकर 12 प्रतिशत तक की ब्याज दरों की पेशकश करती हैं। आईआईएफएल फाइनेंस 9.24 प्रतिशत के साथ सबसे सस्ता है। मुथूट, बजाज फिनसर्व और मनापुरम फाइनेंस क्रमशः 11.9 प्रतिशत, 11.99 प्रतिशत और 12 प्रतिशत चार्ज करते हैं।
इन पांच बातों का भी ख्याल रखें : – गोल्ड लोन का टेन्योर और ईएमआई अपनी अपनी इनकम सोर्स के हिसाब से तय करें।
– गोल्ड लेने से पहले यह ध्यान रखें कि कौन सा बैंक सबसे कम प्रोसेसिंग फीस ले रहा है।
– सरकारी, प्राइवेट और एनबीएफसी के गोल्ड लोन की ब्याज दरों की तुलना जरूर करनी चाहिए।
– आप अगर तीन से ज्यादा ईएमआई नहीं भर पाते हैं तो आप पर पेनाल्टी लग जाएगी।
लोन नहीं चुका पाए तो : अक्सर लोन तो जरुरत के समय ले लिया जाता है, लेकिन हम एक बात ध्यान रखना भूल जाते हैं कि आखिर इसे चुकाया कैसे जाएगा। अधिकतर मामलों में देखने को मिला है कि इनकम सोर्स खत्म होने के कारण लोग गोल्ड लोन नहीं चुका पाते हैं। इन परिस्थितियों में लोन देने वाला संस्थान आपकी ज्वेलरी को बेचकर अपना बकाया वसूलने का अधिकार रखता है। वहीं गोल्ड की कीमत गिरने पर आपको और गोल्ड रखने के लिए बोल सकता है।