Senior Citizens Savings Scheme Account(SCSS): रिटायरमेंट के बाद किसी के लिए भी अपनी जमा पूंजी बेहद खास हो जाती है. इसलिए कोई भी रिटायर्ड शख्स यही चाहेगा कि जीवन भर की गाढ़ी कमाई को निवेश के किसी ऐसे विकल्प में लगाएं, जहां 100 फीसदी सुरक्षा के साथ बेहतर रिटर्न भी मिले. अगर आप भी निवेश के लिए किसी ऐसे ही विकल्प की तलाश में हैं तो पोस्ट ऑफिस की स्माल सेविंग्स योजना, सीनियर सिटीजंस सेविंग्‍स स्‍कीम (SCSS) एक बेहतर विकल्प हो सकती है. पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स पर सरकार की सॉवरेन गारंटी होती है, इसलिए इसमें सुरक्षा और रिटर्न की कोई चिंता नहीं होती. इस स्कीम के जरिए अपने फंड को निवेश कर रेगुलर आय का जरिया बना सकते हैं.

क्या है यह स्कीम

सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) सरकार द्वारा समर्थित रिटायरमेंट बेनेफिट प्रोग्राम है. वरिष्ठ नागरिक इस योजना में व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से एकमुश्त निवेश कर सकते हैं और टैक्स लाभ के साथ रेगुलर आय हासिल कर सकते हैं. सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम डाकघर की सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली बचत योजना है. वरिष्ठ नागरिक कुछ जरूरी डॉक्युमेंट के साथ किसी नजदीक के डाकघर या किसी अधिकृत बैंक में इसके लिए अकाउंट खुलवा सकते हैं.

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इस स्कीम की खासियत

निवेश की अवधि : 5 साल
ब्याज दर : 8.2% सालाना
कम से कम निवेश : 1000 रुपये
अधिकतम निवेश : 30,00,000 रुपये
टैक्स लाभ : इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक निवेश पर
प्रीमैच्योर क्लोजिंग की सुविधा : मौजूद
नॉमिनेशन की सुविधा : मौजूद

सीनियर सिटीजंस सेविंग्‍स स्‍कीम में एकमुश्त जमा की अधिकतम लिमिट 30 लाख रुपये है, जो 1 अप्रैल 2023 के पहले 15 लाख रुपये ही थी. इस स्कीम पर 8.2 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिल रहा है. अभी डाकघर की सिर्फ सुकन्या समृद्धि योजना में ही इतना ब्याज मिलता है. इसमें ब्याज की रकम का भुगतान तिमाही बेसिस पर किया जाता है.

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कितने अकाउंट खुल सकते हैं

सीनियर सिटीजंस सेविंग्‍स स्‍कीम में आप सिंगल अकाउंट या वाइफ के साथ एक ज्वॉइंट अकाउंट खोल सकते हैं. इसके अलावा अगर पति और पत्नी दोनों इसके लिए योग्यता रखते हैं तो 2 अलग अलग अकाउंट भी खोल सकते हैं. सिंगल अकाउंट या वाइफ के साथ मिलकर ज्वॉइंट अकाउंट में अधिकतम 30 लाख और 2 अलग अलग अकाउंट में अधिकतम 60 लाख रुपये जमा हो सकते हैं. इस अकाउंट को आप 5 साल की मैच्योरिटी के बाद 3 साल के लिए और बढ़ा सकते हैं.

सिंगल अकाउंट पर कितना बनेगा ब्याज

अधिकतम जमा: 30 लाख रुपये
ब्याज दर: 8.2 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी पीरियड: 5 साल
मंथली ब्याज: 20,050 रुपये
तिमाही ब्याज: 60,150 रुपये
सालाना ब्याज: 2,40,600 रुपये
5 साल में कुल ब्याज: 12,03,000
टोटल रिटर्न: 42,03,000 लाख रुपये (30,00,000 + 12,03,000)

2 अलग-अलग अकाउंट पर कितना ब्याज

अधिकतम जमा: 60 लाख रुपये
ब्याज दर: 8.2 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी पीरियड: 5 साल
मंथली ब्याज: 40,100 रुपये
तिमाही ब्याज: 1,20,300 रुपये
सालाना ब्याज: 4,81,200 रुपये
5 साल में कुल ब्याज: 24,06,000
टोटल रिटर्न: 84,06,000 लाख रुपये (60,00,000 + 24,06,000)

स्कीम के लिए योग्यता

  • अगर आपकी उम्र 60 साल से अधिक है
  • 55-60 साल के उम्र वर्ग के ऐसे रिटायर्ड कर्मचारी, जिन्होंने वॉलंटियरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) को चुना हो
  • रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी, जिनकी उम्र न्यूनतम 60 साल हो
  • HUF और NRI SCSS में निवेश करने के लिए योग्य नहीं हैं

प्री-मैच्योर निकासी पर कितनी है पेनाल्टी

  • SCSS खाते को 5 साल के लॉक-इन से पहले बंद करने पर पेनाल्टी लगती है. यह पेनाल्टी इस बात पर निर्भर है कि आपको खाता खोले हुए कितना वक्त हुआ है.
  • अगर खाते को एक साल से पहले बंद किया जाता है, तो जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता. अगर ब्याज का भुगतान किया जा चुका है, तो उसे मूलधन से काट लिया जाएगा.
  • अगर खाते को 1 साल के बाद लेकिन 2 साल से पहले बंद किया गया, तो भुगतान के समय खाते में जमा राशि से 1.5 फीसदी रकम काट ली जाती है.
  • अगर खाते को 2 साल के बाद लेकिन 5 साल से पहले बंद किया जाता है, तो प्रिंसिपल अमाउंट से 1 फीसदी रकम काट ली जाती है.
  • अगर आपका SCSS खाता एक एक्सटेंडेड अकाउंट है, तो खाते के एक्सटेंशन के एक साल बाद बंद करने पर कोई पेनाल्टी नहीं देनी पड़ेगी.