भारतीय स्टेट बैंक ने लोन पर सीमांत लागत उधार दर (MCLR) में 10 बेसिस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है। इस बढ़ोतरी के बाद से अब बैंक के ग्राहकों को लोन पर घर लेना, कार लोन और अन्‍य तरह का लोन लेना महंगा हो जाएगा, ग्राहकों को किसी भी तरह के लोन पर ज्‍यादा ईएमआई चुकाना होगा। बढ़ी हुई यह ब्‍याज दरें 15 जुलाई, 2022 से प्रभावी होगी। वहीं बाहरी बेंचमार्क से जुड़े लोन को अपरिवर्तित रखा गया है।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर जारी नोटिस के मुताबिक एक साल की एमसीएलआर दर 7.40 फीसदी से बढ़कर 7.50 फीसदी हो गई है. रातोंरात, एक महीने और तीन महीने के लिए दरों को 7.05 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.15 प्रतिशत कर दिया गया है। छह महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर को 7.35 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.45 प्रतिशत, दो साल और तीन साल की एमसीएलआर की दरों को क्रमशः 7.7 प्रतिशत और 7.8 प्रतिशत कर दिया गया है।
SBI की बढ़ी हुईं दरें

15 जून को बढ़ाई थी दरें
गौरतलब है कि जब से आरबीआई ने प्रमुख दरों में बढ़ोतरी की है, तबसे एसबीआई धीरे-धीरे अप्रैल 2022 से लोन पर अपने MCLR को बढ़ा रहा है। इससे पहले, SBI ने 15 जून, 2022 से MCLR को 0.20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की थी। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, बैंक का EBLR 7.55 प्रतिशत + CRP है। आरएलएलआर 7.15%+सीआरपी है।

800 क्रेडिट स्‍कोर पर कितना देना होगा ब्‍याज
वहीं क्रेडिट स्कोर के आधार पर जोखिम प्रीमियम लिया जाएगा। इसका मतलब है कि 800 से अधिक क्रेडिट स्कोर वाला उधारकर्ता अब नियमित होम लोन के तहत न्यूनतम 7.55 प्रतिशत की दर से भुगतान करेगा।

आपपर क्‍या होगा असर
बता दें कि एमसीएलआर के तहत बैंकों को हर महीने अलग-अलग अवधि के लिए ब्याज दरों का ऐलान करना होता है। इसमें बढ़ोतरी के बाद अब मौजूदा कर्जधारकों की ईएमआई बढ़ जाएगी और नए कर्जधारकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा।