टाटा संस में नियंत्रण हिस्सेदारी रखने वाले टाटा ट्रस्ट्स के रिटायर्ड चेयरमैन रतन टाटा ने बुधवार को कहा कि ग्रुप में किसी तरह का स्ट्रक्चरल बदलाव नहीं हो रहा है। उन्होंने एक बयान में कहा कि वो कंपनी में स्ट्रक्चरल बदलाव को लेकर आ रही खबरों को मीडिया रिपोर्ट काफी निराश हैं। यह बयाल टाटा के एजीएम के बाद आया है। जिसमें कहा गया था कि कंपनी में सुधार के लिए स्ट्रक्चरल बदलाव किया जाएगा। जिसमें सीईओ की नियुक्ति भी की जाएगी।
रिपोर्ट को किया खारिज
वहीं दूसरी ओर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने भी कहा कि होल्डिंग कंपनी में किसी भी तरीके का स्ट्रक्चरल बदलाव नहीं होगा। जैसा कि मीडिसा रिपोर्ट के कुछ ग्रुप ने अनुमान लगाया है। उन्होंने कि कुछ मीडिया ग्रुप्स ने यह अनुमान लगाया है कि लीडरशिप में किसी तरह का स्ट्रक्चरल बदलाव नहीं किया गया है। अगर इस तरह का कोई भी फैसला लिया जाता है तो यह फैसला नॉमिनेशन और रिम्यूनरेशन कमेटी की ओर से लिया जाता है। चंद्रशेखरन ने कहा कि वो इस तरह की स्टोरीज से काफी निराश हैं, जो नियमित संचालन में बाधा पैदा करती है।
ब्लूमबर्ग में आई थी रिपोर्ट
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में इससे संबंधित बयान आया था, जिसमें कहा गया था टाटा संस कॉर्पोरेट गवर्नेंस को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए सीईओ का पद क्रिएट कर अपने नेतृत्व ढांचे के ऐतिहासिक सुधार पर विचार कर रहा है। इसमें कहा गया था कि सीईओ का पद अध्यक्ष के वर्तमान पद से नीचे बनाया जाएगा, ताकि 153 साल पुराने टाटा साम्राज्य के विशाल कारोबार का का मार्गदर्शन किया जा सके।
200 अरब डॉलर की हो गई टीसीएस
वहीं बुधवार को टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी टीसीएस के शेयरों में करीब दो फीसदी की तेजी देखने को मिली थी। जिसके बाद कंपनी का मार्केट कैप 200 बिलियन डॉलर यानी 14.71 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया था। टीसीएस देश की दूसरी ऐसी कंपनी है जिसका मार्केट कैप 200 बिलियन डॉलर के पार है। जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज इस मुकाम को पहले ही हासिल कर चुकी है।
सपाट स्तर पर हुई शुरुआत
अगर बात आज की करें तो शेयर बाजार में टीसीएस की शुरूआत सपाट स्तर पर हुई है। कंपनी का शेयर 3951.10 रुपए पर कारोबार कर रहा है। जबकि एक दिन पहले कंपनी का कारोबार 3954.80 रुपए पर बंद हुआ था। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। मुमकिन है कंपनी आज आज 4000 रुपए के लेवल को तोड़ हुए आगे बढ़ जाए।