पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाएं महिलाओं से लेकर बचें तक और जवान लोगों से लेकर बुजुर्गों तक हैं। जिनमें बैंकों से ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। अगर बात सीनियर सिटीजंस की करें तो पोस्ट ऑफिस में भी काफी योजना है। जिसका नाम है सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम। जिसमें बैंकों की एफडी से ज्यादा ब्याज मिल रहा है। साथ में और भी कई तरह की सुविधाए हैं।
पोस्ट ऑफिस के इस अकाउंट में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग भी अकाउंट खोल सकते हैं। अगर आपने वीआरएस की सुविधा ली हुई है और आपकी उम्र 55 से 60 के बीच में है तो भी आप इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं। वहीं आप डिफेंस से रिटायर्ड हैं तो और आपकी एज 50 से 60 साल के बीच के बीच है तो भी अकाउंट ओपन कर सकते हैं। इसमें आप सिंगल और ज्वाइंट दोनों अकाउंट खोल सकते हैं, लेकिन ज्वाइंट अकाउंट पति औ पत्नी के बीच खुल सकता है।
एफडी से ज्यादा मिलता है ब्याज : सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर आपको बैंक एफडी से ज्यादा ब्याज मिलता है। अगर इसकी तुलना पीपीएफ से भी करें तो एससीएसएस में पीपीएफ से ज्यादा ब्याज मिलता है। अगर आंकड़ों की करें तो एसबीआई की पांच साल की सीनियर सिटीजंस की स्पेशल एफडी पर 6.20 फीसदी ब्याज मिलता है। जबकि पीपीएफ पर 7.10 फीसदी ही ब्याज मिल रहा है। वहीं पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम में 7.40 फीसदी ब्याज मिल रहा है।
1000 रुपए से कर सकते हैं निवेश : एससरएसएस स्कीम में आप 1000 रुपए से शुरुआत कर सकते हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इसमें 1000 के मल्टीपल में 15 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है। अगर आप मैक्सीमम लिमिट से ज्यादा रुपए जमा करते हैं तो आपका रुपया लौटा दिया जाएगा। जो लिमिट तय की गई है उसी हिसाब से आपको जाएगा।
टैक्स पर छूट नहीं : इस स्कीम से मिलने वाले ब्याज पर टैक्स में छूट नहीं है। अगर ब्याज की राशि फिस्कल ईयर में 50 हजार से ज्यादा होती है तो आपको टैक्स देना होगा। अगर ब्याज की राशि 50 हजार से कम रहती है और आप फॉर्म 15जी/15एच जमा करते हैं तो आपको टीडीएस से राहत मिलती है।
कभी भी बंद करा सकते हैं अकाउंट : आप इस अकाउंट को खोलने के बाद कभी बंद करा सकते हैं। अगर आप इस अकाउंट को साल से पहले बंद कराते हैं तो आपको कोई ब्याज नहीं मिलेगा। अगर ब्याज मिलता भी है तो उसे मूलधन से काट लिया जाएगा। अगर आप एक साल के बाद अकाउंट बंद कराते हैं तो तय अमाउंट मूलधन से काटा जाता है।