कोरोना की दूसरी लहर कितनी खौफनाक थी इसका अंदाजा आप केंद्र सरकार की लाइफ इंश्योरेंस स्कीम पीएम जीवन ज्योति योजना के जून तिमाही के आंकडों को देखकर लगा सकते हैं। जहां इस तिमाही में रोज हर घंटे 116 लोगों ने डेथ क्लेम मिला। जबकि पिछले वित्त वर्ष हर घंटे यह आंकडा सिर्फ 27 डेथ क्लेम तक ही सीमित था। यानी इन तीन महीनों में पिछले पूरे साल के मुकाबले 4 गुना ज्यादा डेथ क्लेम देखने को मिले हैं।
आपको बता दें कि पीएमजेजेवाई एक सरकारी बीमा योजना है। जिसकी 80 फीसदी हिस्सेदारी एलआईसी के पास है। डेथ क्लेम की यह जानकारी आज संसद में सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने दी। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर जो डाटा सामने निकलकर सामने आया है वो किस तरह का देखने को मिला है।
डेथ क्लेम में जबरदस्त इजाफा : मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकडों के अनुसार पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 2.5 लाख डेथ क्लेम सेटल हुए हैं। ताज्जुब की बात तो ये है कि 2020-21 के पूरे वित्त वर्ष में 2.35 डेथ क्लेम सेटल हुए थे। यानी पिछले साल के मुकाबले इन तीन महीनों में डेथ क्लेम 15000 ज्यादा हैं। अगर डेथ क्लेम राशि की बात करें तो जून तिमाही में यह राशि 5 हजार करोड रुपए की है। जबकि बीते वित्त वर्ष में यह राशि 4700 करोड रुपए देखने को मिली थी।
किस राज्य में कितना क्लेम : – उत्तर प्रदेश में इन तीन महीनों में सबसे ज्यादा 33096 डेथ क्लेम सेटल हुए हैं।
– गुजरात में यह आंकडा 21959 का है।
– तेलंगाना में तीन महीनों में 21,255 डेथ क्लेम सेटल हुए।
लोकसभा में मंत्री ने दी जानकारी : यह तमाम जानकारी लोकसभा में एक सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड की ओर से दी गई। जिन्होंने पीएम जीवन ज्योति योजना के अंतर्गत वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में कुल डेथ क्लेम सेटलमेंट के आंकड़ों का खुलासा किया। वहीं इस डाटा से इस बात अनुमान लगाना काफी मुश्किल है। इन आंकड़ों में कोविड से हुई मौतें और गैर कोविड के आंकडों को अलग-अलग करना नामुमकिन है।
330 रुपए के सालाना प्रीमियम पर मिलती है योजना : प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में आपको सिर्फ सालाना 330 रुपए का प्रीमियम भरना होता है। जिस पर आपको 2 लाख रुपए तक का लाइफ इंश्योरेंस कवरेज दिया जाता है। इस स्कीम का प्रीमियम बैंक अकाउंट के माध्यम से कस्टमर की सहमति के बाद काटा जाता है।