पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन सुप्रतिम बंदोपाध्याय ने कहा है कि राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) ने पिछले 12 साल के दौरान लोगों को अच्छा रिटर्न दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति या अंशधारक को इस उत्पाद से अधिकतम लाभ हासिल करने के लिए इसमें निवेश जल्दी शुरू करना चाहिए। देखा जाए तो अभी बैंकों में एफडी पर 6 फीसदी तक का ब्याज मिलता है और PPF में भी 7.1 फीसदी की ब्याज मिलती है। जबकि NPS से लोगों को डेढ़ से दो गुना तक रिटर्न मिला है।
सालाना आधार पर 9.59 फीसदी मिल ब्याज – बंदोपाध्याय ने सोमवार को यहां कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के बीमा एवं पेंशन शिखर सम्मेलन ‘भारतीय बीमा क्षेत्र-बदलाव की लहर पर सवार’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पिछले 12 साल के दौरान इक्विटी योजनाओं के तहत रिटर्न या प्रतिफल 12 प्रतिशत से अधिक रहा है और सरकारी प्रतिभूतियों में यह 9.9 प्रतिशत रहा है। कॉरपोरेट बांड में यह कुछ ऋण से जुड़े घटनाक्रमों के बावजूद सालाना आधार पर 9.59 प्रतिशत रहा है। हमारी पेंशन कोष संपत्तियां काफी हद तक इन घटनाक्रमों से बची रही हैं।’’
अनलिमिटेड निवेश का मिलता है मौका – बंदोपाध्याय ने कहा कि अभी हमारे पास कुल 6,850 अरब रुपये का कोष है। रिटर्न काफी अच्छा रहा है। एनपीएस काफी लचीला रुख अपनाने का विकल्प देता है। लेकिन किसी भी व्यक्ति को इसमें जल्दी निवेश शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें लचीलापन इसलिए है क्योंकि आपको सिर्फ 1,000 रुपये का भुगतान करना होता है।
इसमें कोई निश्चित अंशदान तय नहीं है। आप धनशोधन रोधक कानून (पीएमएलए) का अनुपालन करते हुए अपनी सभी ज्ञात स्रोतों से आय के अनुरूप इसमें किसी भी स्तर तक योगदान कर सकते हैं।
NPS और APY में कर सकते हैं निवेश – बंदोपाध्याय ने कहा कि भारत को पेंशन वाला समाज बनाने के लिए अभी काफी कुछ करने की जरूरत है। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा), पीएफआरडीए और सीआईआई को मिलकर देश में पेंशन के प्रति जागरूकता के प्रसार के लिए मंच बनाना चाहिए। पीएफआरडीए दो पेंशन योजनाएं एनपीएस और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) उपलब्ध करता है।