रिलायंस रिटेल वेंचर्स ने 19 अक्टूबर को घोषणा की कि उसने ऋतिका प्राइवेट लिमिटेड में 52 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी हासिल कर ली है, जो रितु कुमार, लेबल रितु कुमार, आरआई रितु कुमार, आरके और रितु कुमार होम एंड लिविंग के मालिक हैं। रिलायंस रिटेल वेंचर्स ने कंपनी के अधिकांश हिस्से का अधिग्रहण करने के सौदे को पूरा करने के लिए कंपनी में निजी इक्विटी फर्म एवरस्टोन ग्रुप की 35 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। रिलायंस ब्रांड्स ने पिछले हफ्ते संस्थापक और क्रिएटिव डायरेक्टर मनीष मल्होत्रा के नाम वाले ब्रांड में 40 फीसदी माइनॉरिटी स्टेक हासिल किए हैं। आपको बता दें कि भारत में एथनिक वियर मार्केट करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए का है।
ईशा अंबानी ने कही यह बात
रिलायंस रिटेल वेंचर्स की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा कि हम रितु कुमार के साथ साझेदारी करके खुश हैं, जिनके पास मजबूत ब्रांड पहचान, फैशन और इनोवेशन है। साथ ही हम भारत और दुनिया भर में अपने नेटिव टेक्सटाइल और क्राफ्ट के लिए एक मजबूत मंच और कस्टमर इकोसिस्टम का निर्माण करना चाहते हैं ताकि हमारे क्राफ्ट वह सम्मान और पहचान मिले जिसके वे इंटरनेशल क्लोदिंग मार्केट में हकदार हैं।
आदित्य बिड़ला भी हैं रेस में
हाल के दिनों में बड़ी कंपनियों को एथनिक रिटेल कैटेगरी को आक्रामक बनाने की कोशिश करते देखा गया है और बड़े ग्रुप निवेश कर रहे हैं। आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल ने इस साल जनवरी में डिजाइनर लेबल सब्यसाची में मैज्योरिटी स्टेक हासिल किए हैं। वहीं एक अन्य डिजाइनर लेबल तरुण तहिलियानी में 33 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर ली।
डेढ़ करोड़ रुपए का एथनिक मार्केट
एक अनुमान के अनुसार भारत में महिलाओं और पुरुषों के एथनिक कपड़ों का बाजार करीब 1.5 लाख करोड़ रुपए है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में लगभग 88 फीसदी एथनिक वियर बाजार असंगठित है। इसलिए, संगठित बाजार का मूल्य 17,000-18,000 करोड़ रुपए है। संगठित खंड में, बाजार का लगभग 40 फीसदी मूल्य खंड में ब्रांड्स का है, 30 फीसदी प्रीमियम ब्रांड्स का है और 30 फीसदी लक्जरी ब्रांड्स का है। आने वाले दिनों में टेलीकॉम, सोलर पॉवर के बाद एथनिक वियर मार्केट में भी बड़े ग्रुुप के बीच खींंचतान दिखाई दे सकती है।