होम लोन लेना आज के समय में आम हो चुका है। हालांकि आरबीआई की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद से होम लोन की ईएमआई में बढ़ोतरी हो चुकी है। ऐसे में अगर आप अपने सपनों का घर बनाना चाहते हैं तो आपको बाजार में उपलब्ध कम ईएमआई वाले होम लोन ब्याज दर का विकल्प का चयन करना चाहिए। एक्सपर्ट की ओर से कुछ बातों के बारे में जानकारी दी जाती है, जिसे होम लोन लेते वक्त ध्यान रखना चाहिए। यहां चार ऐसे ही बातों के बारे में जानकारी दी गई है।
होम लोन लेने से पहले अधिक रिसर्च करें
अगर आप होम लोन लेना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले उस क्षेत्र और मकान के बारे में जानकारी करनी चाहिए। इसके अलावा, आपको विशेष तौर पर स्थान, बिल्डर हिस्ट्री, परियोजना, स्थानीय नियम कानून और एरिया के बारे में डिटेल में जानना चाहिए। साथ ही आप किसी भरोसेमंद संस्थान के द्वारा घर खरीद सकते हैं। वहीं आप सस्ते होम लोन के लिए भी रिसर्च कर सकते हैं।
खर्च और दस्तावेज़ीकरण
अपने सपनों के घर को अंतिम रूप देते समय डाक्यूमंटेशन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसे ध्यान से पढ़ना और समझना चाहिए। इसके साथ ही संपत्ति की वास्तविक लागत के बारे में जानकारी के साथ ही खर्च की भी जानकारी करना महत्वपूर्ण है। टैक्स, सरकारी शुल्क, रजिस्ट्रेशन शुल्क कुछ ऐसे विचार हैं, जो खर्च को 25-30 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं। यह सलाह दी जाती है कि रिसर्च करें, घर खरीदने से जुड़े खर्चों को समझें और उचित कानूनी सलाह लें।
वित्तीय योजना
खरीद की लागत के अलावा, होम लोन ईएमआई के साथ-साथ रखरखाव, नवीनीकरण, रिन्यू आदि जैसी लागतें भी हो सकती हैं। क्रेडिट स्कोर का वैल्यूएशन करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि 750 या अधिक के क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को सर्वोत्तम ऋण दरें दी जाती हैं। पहली बार घर खरीदने वालों के लिए कई टैक्स बेनिफिट्स भी हैं, जिन्हें कैपिटलाइज़ किया जा सकता है। इनमें चुकाए गए मूलधन पर कटौती, स्टांप शुल्क पर कटौती, चुकाए गए ब्याज पर कटौती आदि शामिल हैं।
सभी विकल्पों को एक्सप्लोर करें
करीब सभी डेवलपर्स कस्टमर्स को अपनी पेशकशों के लिए आकर्षित करने के लिए ऑफ़र और सौदों के बारे में जानकारी देते हैं। जबकि किसी को खुद को केवल इन प्रस्तावों तक सीमित नहीं रखना चाहिए। लंबे समय के लिए सर्वोत्तम निर्णय लेने के लिए सभी विकल्पों का पता लगाना और उनकी तुलना करना एक अच्छा प्रैक्टिस होगा।