पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट (POTD) इंडिया पोस्ट द्वारा दी जाने वाली सबसे पॉपुलर निवेश योजनाओं में से एक है। यह योजना देश के सभी लोगों के अवेलेबल हे। इसमें निवेश पर टीडीएस नहीं कटता। वहीं खास बात यह है कि बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले यहां पर ब्याज ज्यादा मिलता है। वहीं पांच साल तक निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स में बेनिफिट भी पा सकते हैं। इसे अकेले और ज्वाइंट दोनों तरीकों से ओपन किया जा सकता है। आइए आपको भी बताते हैं कि इस योजना के क्या बेनिफिट्स और इसमें किस तरह से निवेया किया जा सकता है।
पोस्ट ऑफिस की इस योजना में कितना मिलता है ब्याज
वित्त मंत्रालय वित्तीय वर्ष की प्रत्येक तिमाही की शुरुआत में इस योजना पर ब्याज दरों की समीक्षा करता है। ब्याज दर गवर्नमेंट सिक्योरिटीज पर मिलने वाले रिटर्न के आधार पर तय की जाती हैं।
अकाउंट टेन्योर | लागू ब्याज दर (फीसदी में) |
1 वर्ष | 5.5 |
2 साल | 5.5 |
3 साल | 5.5 |
5 साल | 6.7 |
यदि आप सालाना ब्याज नहीं निकालना चाहते हैं, तो आप पोस्ट ऑफिस को इस रकम को अपने पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट में डालने के लिए कह सकते हैं, जिस पर प्रति वर्ष 4 फीसदी ब्याज मिलता है। वैसे 1 वर्ष के पीओटीडी अकाउंट पर यह नियम लागू नहीं होगा। वैकल्पिक रूप से, आप इस ब्याज को 12 मासिक किश्तों के भुगतान के बदले उसी डाकघर या बैंक में 5 साल के रिकरिंग अकाउंट में निवेश कर सकते हैं। इस केस में डिपॉजिटर्स को देय तिथि से पहले कार्यालय या बैंक को एक नया आवेदन देना होगा, जिस पर भुगतान के लिए ब्याज पड़ता है।
योजना की विशेषताएं
- पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट स्कीम के तहत जमा की अवधि 1, 2, 3 या 5 वर्ष हो सकती है, और एक खाते में केवल एक ही जमा किया जा सकता है।
- यह पोस्ट ऑफिस स्कीम अकाउंट होल्डर के निवेश पर सुनिश्चित रिटर्न का वादा करती है।
- इस अकाउंट को एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर किया जा सकता है।
- इस अकाउंट को ज्वाइंटली भी ऑपरेट किया जा सकता है।
- अकाउंट होल्डर अपनी योजना के टेन्योर या मेच्योरिटी पीरियड को बढ़ा सकता है।
- इस योजना के तहत अकाउंट खोलने की कोई सीमा नहीं है।
- पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में निवेश करने के लिए आवश्यक न्यूनतम जमा राशि 1000 रुपए है। जमा की जाने वाली राशि केवल 100 के मल्टीपल में होनी चाहिए।
क्या एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
- सभी निवासी भारतीय इस अकाउंट को अकेले या ज्वाइंटली खुलवा सकते हैं।
- 10 वर्ष या उससे अधिक आयु का माइनर भी इस अकाउंट को खोल सकता है और ऑपरेट भी कर सकता है।
- पेरेंट्स एवं गार्जियन भी अपने बच्चों के नाम पर इस अकाउंट को खुलवा सकते हैं।
- अनिवासी भारतीयों को पोओटीडी अकाउंट ओपन कराने की परमीशन नहीं है।
- संस्थागत खाताधारक, ट्रस्ट निधियां, रेजिमेंटल फंड, कल्याण कोष जैसी संस्थाओं भी पोओटीडी में अकाउंट खुलवाने की अनुमति नहीं है।
क्या मिलते हैं बेनिफिट्स
- पोओटीडी योजना निवेश पर गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है।
- 5 साल की पोओटीडी आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत टैक्स कटौती के लिए योग्य है।
- यहां तक कि 10 वर्ष और उससे अधिक आयु के अवयस्क खुद अपने अकाउंट को ऑपरेट कर सकते हैं।
- नॉमिनेशन की सुविधा भी उपलब्ध है।
- अकाउंट को एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर किया जा सकता है।
- डिपॉजिट रकम को समय से पहले निकालने की भी सुविधा है।
- पोस्ट ऑफिस की इस योजना को एफडी की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माना जाता है क्योंकि निवेश की गई मूल राशि और अर्जित ब्याज को सॉवरेन गारंटी द्वारा समर्थित किया जाता है।
टैक्स में मिलता है बेनिफिट
डाकघरों में छोटे बचत निवेश में स्रोर्स पर कोई टीडीएस शामिल नहीं है। ध्यान देने वाली बात यह है कि इन निवेशों पर अर्जित ब्याज प्राप्ति को डिपॉजिटर्स की टोटल एनुअल इनकम में जोड़ा जाता है। निवेशक के टैक्सबेल ब्रैकट के अनुसार टैक्स लिया जाता है।
प्री मेच्योर विद्ड्रॉल पर क्या है नियम
पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम अकाउंट होल्डर को प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल की परमीशन देती है। इसके लिए एकमात्र शर्त यह है कि समय से पहले निकासी के लिए एलिजिबिलिटी प्राप्त करने के लिए पहली जमा की तारीख से न्यूनतम 6 महीने बीत चुके हों। कुछ ऐसे हैं नियम
- यदि 1/2/3 या 5 वर्ष का पीओटीडी 6 महीने के पूरा होने के बाद लेकिन समय जमा खाता खोलने की तारीख से 1 वर्ष पूरा होने से पहले किया जाता है, तो डाकघर सेविंग अकाउंट ब्याज दर के अनुसार साधारण ब्याज देगा।
- यदि 1/2/3 या 5 वर्ष के टीडी अकाउंट से प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल अकाउंट खोलने की तारीख से 1 वर्ष के बाद किया जाता है तो तो लागू ब्याज दर उस अवधि के लिए ब्याज दर से 1 फीसदी कम हो जाएगा।