होम लोन आपके घर के सपने को पूरा करता है और आपकी जमा पूंजी को भी सुरक्षित करता है। होम लोन पर कई बैंक और फाइनेंस कंपनियों की ओर से अलग-अलग रेट पर ब्‍याज दिया जाता है। वहीं अगर आप ज्‍वाइंट में होम लोन खरीदते हैं तो यह आपको महीने की ईएमआई भरने में भी राहत देता है। साथ ही प्रोसेसिंग ओर अन्‍य चार्ज को भी कम करने में भी मदद करता है। हालांकि अगर आप ज्‍वाइंट में होम लोन ले रहे हैं तो आपको बहुत से बातों को ध्‍यान रखना चाहिए।

लोन देने वाली संस्‍थाएं, पति-पत्‍नी को ज्‍वाइंट में होम लोन देने के लिए तैयार रहते है, लेकिन वह यह भी देखते हैं कि दोनों के नाम पर घर एलॉट या बनेगा या नहीं। दोनों का योगदान ईएमआई में बराबर का होना चाहिए। संभव हो तो वे बराबर की हिस्‍सेदारी कर सकते हैं और उस अनुसार घर का डाउनपेमेंट और लोन की राशि चुका सकते हैं।

अगर इसमें से कोई या दोनों टैक्‍स भरते हैं तो आयकर विभाग के अनुसार, दोनों व्‍यक्ति होम लोन पर टैक्‍स छूट का दावा कर सकते हैं। इसके साथ ही दोनों व्‍यक्ति सुरक्षा की ओर कदम बढ़ा सकते हैं और होम लोन पर टर्म इंश्‍योरेंस का प्‍लान भी ले सकते हैं, ताकि गंभीर स्थिति में समस्‍याओं का सामना नहीं करना पड़े।

वहीं अगर दो में से किसी एक के साथ कुछ गड़बड़ी हो जाती है, तो दोनों वित्तीय खर्च को एक ही व्‍यक्ति को चुकाना पड़ सकता है। ऐसे में पहले से तैयारी बहुत ही जरूरी है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक्‍सपर्ट का कहना है कि ज्‍वाइंट होम लोन लेते समय पहले से ही योगदान और डाउनपेमेंट की हिस्‍सेदारी तय कर लेनी चाहिए।

इसके अलावा यह भी तैयारी कर लें कि अगर कोई समस्‍या आ जाए तो उसकी भी तैयारी कर लें। इसके अलावा, अपने पूंजी को भी सुरक्षित रखें और तब तक खर्च नहीं करें, जबतब बहुत ही इमरजेंसी हो। होम लोन पर टैक्‍स और अन्‍य लाभों की भी जानकारी कर लेनी चाहिए।