प्राइवेट सेक्‍टर कर्जदाता आईसीआईसीआई बैंक ने सोमवार को 2 करोड़ रुपये से कम की सावधि जमा पर ब्याज दरों में वृद्धि की है। बढ़ी हुई नई दरों के अनुसार, 290 दिनों से 10 वर्षों की मैच्‍योरिटी वाली जमा पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी हुई है। बैंक ने 290 दिनों से 1 वर्ष से कम समय में मैच्‍योर होने वाली जमा राशि पर ब्याज दर में 10 आधार अंकों की बढ़ोतरी के साथ 4.40% से 4.50% तक बढ़ा दी गई है। बढ़ी हुइ दरें 16 मई से लागू होगीं।

वहीं एक से दो साल में मैच्योर होने वाली जमाओं पर, 5% से ब्याज दर को फिर से 10 आधार अंक बढ़ाकर 5.10% कर दिया गया है। इसके अलावा बैंक ने 2 साल 1 दिन से 3 साल में मैच्योर होने वाली जमाओं पर ब्याज दर 20 आधार अंकों से बढ़ाकर 5.40% कर दी है, जो पहले 5.20% थी।

3 साल, 1 दिन से 5 साल में मैच्योर होने वाली जमाओं पर ब्याज दर 15 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 5.45% से 5.60% कर दी गई है, जबकि लॉन्ग टर्म फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5 साल 1 दिन से 10 साल के लिए 15 आधार अंक बढ़ाकर 5.60% से बढ़ाकर 5.75% कर दिया गया है।

1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर भी बढ़ी दरें
1.5 लाख रुपये तक की कर बचत सावधि जमा पर 5.45% ब्‍याज दर में 15-आधार अंक की बढ़ोतरी करके 5.60% कर दी गई है। इस बीच, 7 दिनों से 29 दिनों में परिपक्व होने वाली n जमाओं पर ब्याज दर 2.50% पर रहेगी, जबकि 30 दिनों से 90 दिनों तक परिपक्व होने वाली जमाओं पर ब्याज दर भी 3% पर जारी रहेगी।

इन दरों में नहीं हुआ कोई बदलाव
वहीं पहले की तरह 91 दिनों से 184 दिनों तक परिपक्व होने वाली और 185 दिनों से 289 दिनों तक परिपक्व होने वाली जमाओं पर ब्याज दर क्रमशः 3.5% और 4.40% पर बनी हुई है। जबकि वरिष्ठ नागरिकों को भी सात दिनों से पांच साल की जमा अवधि पर 0.50% अतिरिक्त लाभ मिलता रहेगा।

13 मई को भी 2 करोड़ से अधिक जमा पर बढ़ाई गई थी दरें
13 मई को आईसीआईसीआई बैंक ने 2 करोड़ रुपये से अधिक लेकिन 5 करोड़ रुपये से कम की सावधि जमा पर ब्याज दरें बढ़ाईं। परिवर्तन के बाद, बैंक अब 7 से 29 दिनों में परिपक्व होने वाली जमा पर 3% ब्याज दर दे रहा है, जो पहले 2.75 प्रतिशत था।

पहले 30 दिन से 60 दिन में मैच्योर होने वाली जमाओं पर ब्याज दर 3% थी, लेकिन अब ब्याज दर 3.25 फीसदी है। 61 से 90 दिनों में मैच्योर होने वाली जमाओं पर ब्याज दर पहले 3.25 फीसदी थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 3.40 फीसदी कर दिया गया है. 91 से 184 दिनों में मैच्योर होने वाली जमाओं पर ब्याज दर 3.5 प्रतिशत थी जब तक कि बैंक ने इसे बढ़ाकर 3.60 प्रतिशत नहीं कर दिया।