एक तरफ चिलचिलाती धूप लोगों के पसीने छुड़ा रही है, वहीं दूसरी ओर देश की राष्ट्रीय राजधानी में पानी का संकट मड़राने लगा है। दिल्ली जल बोर्ड (DJB) ने सोमवार को अपने एक बयान में कहा कि वजीराबाद में यमुना नदी के तालाब के स्तर में कमी और हरियाणा से कच्चे पानी की रिहाई में कमी के कारण 17 मई यानी की कल सुबह से ही दिल्ली के कुछ हिस्सों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी।
DJB का कहना है कि वजीराबाद, चंद्रवाल और ओखला में ट्रीटमेंट प्लांटों में पानी का उत्पादन प्रभावित हुआ है। इस कारण से चिलचिलाती गर्मी से पीड़ित निवासियों से जरूरत के अनुसार पर्याप्त मात्रा में पानी पहले से जमा किए जाने के लिए अपील की गई है। हालाकि बोर्ड ने यह भी कहा कि जरुरत होने पर या अनुरोध पर लोगों को पानी की समस्या को दूर करने के लिए पानी के टैंकर उपलब्ध कराए जाएंगे क्योंकि तालाब का स्तर सामान्य होने तक आपूर्ति प्रभावित रहेगी।
दिल्ली जल बोर्ड ने जानकारी देते हुए बताया कि वजीराबाद वाटर वर्क्स में यमुना का स्तर 669.40 फीट, 674.50 फीट के सामान्य स्तर के मुकाबले है। वहीं यमुना नदी में हरियाणा द्वारा कच्चे पानी की रिहाई में कमी के कारण वजीराबाद, चंद्रवाल और ओखला में जल उपचार संयंत्रों से पानी का उत्पादन प्रभावित हुआ है। दोनों वजहों से दिल्ली के करीब 20 से अधिक इलाकों में पानी का संकट बन चुका है।
कौन-कौन से क्षेत्र होंगे प्रभावित
प्रभावित क्षेत्रों में सिविल लाइंस, हिंदू राव अस्पताल और आसपास के क्षेत्र, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़ गंज और एनडीएमसी क्षेत्र, पुराना और नया राजिंदर नगर, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम विहार, रामलीला मैदान, दिल्ली गेट, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी, छावनी क्षेत्र के कुछ हिस्से और दक्षिणी दिल्ली में पानी का संकट आ सकता है।
क्या की गई है प्लानिंग
जल बोर्ड की ओर से इन इलाकों में लोगों को पहले ही अलर्ट किया गया है और कहा गया है कि वे जरुरत के हिसाब से पानी जमा कर लें। इसके साथ ही जल बोर्ड ने लोगों को इस बात की भी जानकारी दी है कि पानी की कमी होने पर टैंकर भी पहुंचाया जाएगा।
चिलचिलाती धूप बढ़ा सकती है परेशानी
इस भीषण गर्मी में पानी का संकट आने से लोगों के लिए समस्या खड़ी हो सकती है। रविवार को दिल्ली में 49 प्लस तापमान दर्ज किया गया था। हालाकि सोमवार को तेज हवाएं चलने से यहां के तापमान में गिरावट आई है, लेकिन फिर भीषण गर्मी पड़ी तो पानी की कमी लोगों के लिए और समस्या पैदा कर देगी।