भारतीय रिजर्व बैंक ने अभी हाल ही में अपने रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद से कई बैंकों ने होम लोन समेत सभी तरह के लोन की ब्‍याज दर बढ़ा दी है। इसका मतलब है कि लोन की ईएमआई या लोन की किस्‍त बढ़ जाएगी। ऐसे में आपके लिए लोन चुकाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। हाला‍कि आप कुछ तरीकों से बढ़ रहे होम लोन के ब्‍याज को कम कर सकते हैं।

होम लोन की ईएमआई या फिर लोन की किस्‍त का बिना दबाव के भुगतान करने के 5 तरीके बताए गए हैं, जिसे अपनाकर आप अपने होम लोन की किस्‍त का बोझ कम कर सकते हैं। जानकारों का मानना है कि लोगों को अपने लोन को जल्‍द से जल्‍द पेमेंट करने के उपाय को अपना चाहिए, ताकि वे निवेश या फिर सेविंग की प्‍लानिंग कर सकें।

प्रीपेमेंट करें

लोन लेने के बाद अगर आपके पास कोई सेविंग होती है या फिर कोई बड़ा फंड आपको मिलता है तो आप अपने होम लोन के लिए प्रीपेमेंट कर सकते है। इससे आप अपने EMI या फिर लोन के किस्‍त कम हो जाएगा, क्‍योंकि जब आप प्रीपेमेंट करते हैं तो आपके लोन की मूल राशि में कटौती होती है, जिसका असर आपके लोन ईएमआई और किस्‍त पर पड़ता है।

डाउनपेमेंट की राशि अधिक रखें

जानकारों का कहना है कि जब भी आप लोन ले रहे हैं तो डाउन पेमेंट की राशि अधिक रखनी चाहिए। अगर आप लोन लेते समय ही 1 से 2 लाख रुपए अधिक डाउनपेमेंट करते हैं तो आपके लोन की ईएमआई 3 से 4 हजार रुपए तक कम हो जाती है।

EMI बढ़ा सकते हैं

अगर आपके पास मंथली इनकम अधिक है और आप लोन के लिए कुछ और राशि का योगदान दे सकते हैं तो आप आपने लोन की ईएमआई बढ़ा लें। ताकि आपका टेन्‍योर यानी कि किस्‍त कम हो जाए। होम लोन की अवधि कम होने के बाद आप होम लोन का जल्‍द से जल्‍द भुगतान कर सकते हैं।

रिपेमेंट रिकॉर्ड या ऑफर्स

लोन चुकाने का रिपेमेंट रिकॉर्ड अगर अच्‍छा है तो बैंक ऐसे ग्राहकों को लोन में कुछ राहत देते हैं। आप अपने लोन की ब्‍याज दर कुछ कम करा सकते हैं। वहीं बैंक बीच- बीच में लोन पेमेंट के लिए ऑफर भी पेश करते हैं। इस दौरान अगर लोन की राशि का भुगतान किया जाता है तो इससे आपके लोन की ईएमआई भी कम होगी और किस्‍त पर भी असर पड़ेगा।

लोन ट्रांसफर करा सकते हैं

अगर आपने होम लोन लिया है और किसी बैंक में उस लोन राशि पर कम ब्‍याज लग रहा है तो आप लोन को ट्रांसफर भी करा सकते हैं। ऐसा करने से आपकी ब्‍याज भी कम लगेगी और लोन की अवधि भी कम हो सकती है।