कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) कर्मचारियों के खाते में ब्याज का पैसा भेज रहा है। केंद्रीय संगठन ने 2021-22 के लिए ब्याज दर का पैसा खाते में भेजा रहा है। ईपीएफओ की ओर से पिछले वित्त वर्ष के लिए 8.1 प्रतिशत की ब्याज दर के हिसाब से अमाउंट खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है। यह ब्याज दर चार दशक से सबसे कम ब्याज दर है।
अगर आपके खाते में पीएफ योगदान पर ब्याज का पैसा ट्रांसफर नहीं किया गया है तो आप अपने खाते के बैलेंस की जांच कर सकते हैं। पीएफ खाते के बैलेंस की जांच आप ईपीएफओ की वेबसाइट और पासबुक की जांच करके कर सकते हैं।
वित्त मंत्रालय ने 5 अक्टूबर अपने एक बयान में कहा था कि पिछले वित्त वर्ष के लिए किसी भी कस्टमर्स को ब्याज की कोई हानि नहीं हुई है और सभी ईपीएफ ग्राहकों के खातों में ब्याज जमा किया जा रहा है। हालांकि, सॉफ्टवेयर अपग्रेड को देखते हुए स्टेटमेंट्स में दिलचस्पी नहीं दिख रही थी। वित्त मंत्रालय ने आगे कहा कि क्लेम करने वाले यूजर्स को ब्याज सही पूरे पैसों का भुगतान किया जा रहा है।
कैसे चेक करें आपके खाते में ब्याज का पैसा आया या नहीं?
- सबसे पहले ईपीएफओ की अधिकारिक वेबसाइट epfindia.gov.in पर जाएं।
- अब डैशबोर्ड के टॉप पर सर्विस वाले विकल्प पर क्लिक करें।
- इस सेक्शन के तहत फॉर एम्पलॉर वाले आप्लशन पर जाएं।
- नए पेज के तहत आपको सर्विस सेक्शन के अंतर्गत सदस्य पासबुक विकल्प पर क्लिक करें।
- अब ‘सदस्य पासबुक’ का चयन करने के बाद, ग्राहकों को एक लॉगिन पेज पर भेजा जाएगा।
- इसके बाद पासवर्ड के साथ यूएएन डिटेल का उल्लेख करें और कैप्चा कोड दर्ज करें और इसके बाद ‘लॉगिन’ पर क्लिक करें।
- अब ग्राहकों को मुख्य ईपीएफ खाते में भेजा जाएगा, जहां कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों के योगदान के साथ ब्याज के बारे में पूरी जानकारी होगी।
गौरतलब है कि EPFO के केंद्रीय न्यासी बोर्ड, श्रम मंत्रालय की ओर से हर साल मार्च में वित्तीय वर्ष के लिए ब्याज दर घोषित किया जाता है, लेकिन इस साल ब्याज की दर जून के दौरान तय किया गया था। ब्याज दर तय होने के बाद श्रम मंत्रालय और ईपीएफओ कर्मचारियों के खातों में ब्याज जमा करते हैं।