डिजिटल भुगतान फर्म पेटीएम की मूल इकाई वन 97 कम्युनिकेशंस के शेयरों ने कमजोर शुरुआत करते हुए आज स्टॉक एक्सचेंजों में अपने निर्गम मूल्य से 9 प्रतिशत से अधिक के नुकसान पर सूचीबद्ध हुई। ये शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,950.00 रुपये पर सूचीबद्ध हुए, जिससे इसके 2,150.00 रुपये के ऑफर मूल्य से 9.30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि बीएसई पर यह 1,955.00 रुपये पर खुला, जो कि इश्यू प्राइस से 9.07 प्रतिशत नीचे था।

स्टॉक ने अपनी गिरावट जारी रखी और शुरुआती कारोबार में बीएसई पर 1,705.55 रुपये और एनएसई पर 1,705.00 रुपये के निचले स्तर को छूते हुए अपने शुरुआती स्तरों से और नीचे चला गया। 10:16 पर, बीएसई पर शेयर 1,737.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था, जो निर्गम मूल्य से 19.20 प्रतिशत नीचे था, जबकि एनएसई पर यह 1,732.90 रुपये था। बीएसई के आंकड़ों से पता चलता है कि पेटीएम का बाजार पूंजीकरण 1,12,611.62 करोड़ रुपये का है।

एनएसई पर इंट्राडे ट्रेड में अब तक पेटीएम के लगभग 75.30 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जबकि बीएसई पर 3.42 लाख से अधिक शेयरों का आदान-प्रदान हुआ।

पेटीएम आईपीओ ने 2010 में सरकारी कंपनी कोल इंडिया की पेशकश को पीछे छोड़ दिया था, जिसने 15,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए थे।

पीटीआई की खबर के मुताबिक स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, “भारत में अब तक के सबसे बड़े आईपीओ पेटीएम ने फ्लैट लिस्टिंग की हमारी उम्मीदों की तुलना में कमजोर नोट पर सेंकेंडरी मार्केट में शुरुआत की।”

लिस्टिंग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के वीपी और रिसर्च हेड रवि सिंह ने कहा, “हम निवेशकों को पेटीएम के समग्र मूल्यांकन और पहले के नुकसान को देखते हुए सलाह देते हैं कि वे अपनी स्थिति बुक करें और नए के लिए 1,700-1,600 रुपये के स्तर की प्रतीक्षा करें। खुदरा निवेशक सतर्क रह सकते हैं क्योंकि कुल मिलाकर बाजार मुनाफावसूली के क्षेत्र में है और अधिकतम शेयरों को नीचे की ओर धकेल रहा है। पेटीएम की भविष्य की वृद्धि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है।” (पीटीआई के इनपुट के साथ)