देश में डिजिटल पेमेंट में क्रांति लाने वाली डिजिटल पेमेंट्स एंड फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी पेटीएम अब शेयर बाजार के निवेशकों के लिए कमाई का मौका लेकर आई है। पेटीएम ने 16,600 करोड़ रुपए के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए बाजार रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर दिया है।

ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक, कंपनी 8,300 करोड़ रुपए फ्रेश इक्विटी यानी नए शेयर और 8,300 करोड़ रुपए ऑफर फॉर सेल के जरिए जुटाने की योजना बना रही है। ऑफर फॉर सेल के तहत कंपनी के संस्थापक विजय शेखर शर्मा, अलीबाबा ग्रुप और इसकी सब्सिडियरी एंट फाइनेंशियल, एलिवेशन कैपिटल, सैफ पार्टनर्स, बीएच इंटरनेशनल होल्डिंग्स आदि के शेयर बेचे जाएंगे।

शेयर प्राइस की जानकारी नहीं दी : पेटीएम की ओर से जमा किए गए ड्राफ्ट पेपर में शेयर प्राइस की जानकारी नहीं दी गई है। ना ही कंपनी के शेयरहोल्डर्स ओर से बेची जाने वाली हिस्सेदारी के बारे में बताया गया है। डिजिटल पेमेंट से जुड़ी सेवाएं देने वाली पेटीएम का मालिकाना हक One97 कम्युनिकेशन लिमिटेड के पास है। पेटीएम में चीन के अलीबाबा ग्रुप और जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप का भी निवेश है। पेटीएम का कहना है कि इस आईपीओ से जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमा पेमेंट इकोसिस्टम को मजबूत करने और नए अधिग्रहण में किया जाएगा।

रिटेल निवेशकों के लिए 10% हिस्सा : ड्राफ्ट पेपर से मिली जानकारी के मुताबिक, इस आईपीओ का 10% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित होगा। इंडीविजुअल निवेशकों को रिटेल निवेशक कहा जाता है। कंपनी ने आईपीओ का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित रखा है। जबकि 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशन इन्वेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित रखा है। कंपनी के कर्मचारियों के लिए भी कुछ हिस्सा आरक्षित रखा गया है, लेकिन इसकी जानकारी ड्राफ्ट पेपर में नहीं दी गई है।

2009 में हुई थी पेटीएम की स्थापना : डिजिटल पेमेंट एंड फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी पेटीएम की स्थापना 2009 में हुई थी। इसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा हैं। अभी पेटीएम 11 भाषाओं में डिजिटल पेमेंट से जुड़ी सेवाएं देती हैं। इसमें पेमेंट ट्रांसफर, मोबाइल रिचार्ज, यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन टिकट बुकिंग जैसे पेमेंट शामिल हैं। कंपनी क्यूआर कोड के जरिए सभी प्रकार के पेमेंट की सुविधा देती है। जनवरी 2018 में पेटीएम की वैल्यू 10 बिलियन डॉलर हो गई थी।