लिबर्टी वीडियोकॉन जनरल इंश्योरेंस में 310 करोड़ रुपए की पूंजी आएगी क्योंकि संयुक्त उद्यम में विदेशी भागीदार अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने जा रही है। यह बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के संशोधित दिशानिर्देशों के तहत अधिकतम सीमा है। लिबर्टी वीडियोकॉन जनरल इंश्योरेंस के कंट्री प्रमुख (खुदरा) पंकज अरोड़ा ने कहा, ‘हमने 49 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए इरडा में आवेदन किया है। हमारे पास फिलहाल 680 करोड़ रुपए की पूंजी है और हमें 310 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि मिल रही है। इसलिए हमारे पास करीब 1,000 करोड़ रुपए की पूंजी होगी जो साधारण बीमा क्षेत्र में उच्चतम पूंजी स्तरों में से एक है।’

यह भारत की वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड और लिबर्टी सिटीस्टेट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड का संयुक्त उद्यम है जो अमेरिका मुख्यालय वाले लिबर्टी म्यूचुअल इंश्योरेंस समूह का अंग है। कंपनी ने 2013 में भारत में अपना परिचालन शुरू किया है और फिलहाल उसकी बाजार हिस्सेदारी 0.4 प्रतिशत है। अरोड़ा ने कहा कि कंपनी साधारण बीमा कारोबार में प्रभावी स्थिति में आना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘लिबर्टी और वीडियोकॉन दोनों ने भारत में निवेश किया है। आने वाले दिनों में उल्लेखनीय वृद्धि दिखेगी। हमारे कारोबार में अगले साल कम से कम 80 से 100 प्रतिशत वृद्धि दर्ज होगी।’

अरोड़ा ने कहा कि हम कंपनी के तौर पर अगले 2-4 महीनों में अपनी शाखाओं का नेटवर्क बढ़ाकर 80 करना चाहते हैं। कंपनी पूंजी डाल रही है इसलिए उसकी भारत के संबंध में मंशा बिल्कुल साफ है। उन्होंने कहा कि नई शाखाएं दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों में खोली जाएंगी क्योंकि वहां विस्तार काफी कम है। कंपनी के मुनाफे के बारे में आने के संबंध में अरोड़ा ने कहा कि कंपनी उद्योग की 8-10 साल की औसत अवधि के मुकाबले जल्दी लागत वसूल कर मुनाफे में आएगी। उन्होंने कहा, ‘अभी हम मुनाफे में नहीं हैं। ज्यादातर उद्योग 8 से 10 साल में मुनाफे में आता है। हम 6-7 साल में मुनाफे में आना चाहेंगे।’