दिल्ली की एक विशेष सुनवाई अदालत ने कोयला ब्लाक आबंटन घोटाले से एक मामले में कांग्रेस नेता व उद्योगपति नवीन जिंदल, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा सहित कुल 15 व्यक्तियों और फर्मों को बुधवार को अभियुक्त के रूप में समन जारी किए।
यह मामला झारखंड की अमरकोंडा मुरगादंगल कोयला ब्लाक आबंटन में घोटाले से जुड़ा है और अदालत ने जिन लोगों को अभियुक्त के रूप में समन जारी किए हैं उनमें पूर्व कोयला राज्यमंत्री दसारी नारायण राव और पूर्व कोयला सचिव एचसी गुप्ता शामिल हैं। सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश भरत पराशर ने पांच फर्माें सहित सभी अभियुक्तों को 22 मई को उनकी अदालत में हाजिर होने को कहा है। अदालत ने भारतीय दंड संहित की धारा 120 बी, 420 व 409 और भ्रष्टाचार निरोध कानून की विभिन्न धाराओं के तहत यह समन जारी किए हैं।
जिन अन्य व्यक्तियों को समन जारी किए गए हैं उनमें ज्ञान स्वरूप गर्ग, सुरेश सिंघल, राजीव जैन, गिरीश कुमार सुनेजा, आरके सर्राफ और के रामकृष्ण प्रसाद के नाम भी हैं। इसके साथ ही इस मामले में पांच फर्मों को भी अभियुक्त बनाया गया है जिनमें जेएसपीएल, जिंदली रीयल्टी, गगन इंफ्राएनर्जी, न्यू दिल्ली एक्जिम प्राइवेट, सौभाग्य मीडिया के नाम हैं। अदालत ने सीबीआइ के आरोप पत्र का संज्ञान लेते हुए इन्हें अभियुक्तों के रूप में समन किया है।
अदालत ने सीबीआइ द्वारा दाखिल अभियोग पत्र पर गौर करने के बाद इन व्यक्तियों और फर्मों पर धोखाधड़ी, सरकारी अधिकारियों के आपराधिक कृत्य और भ्रष्टाचार निरोधक कानूनों की धाराओं के तहत अभियोग चलाने का निर्णय किया है। अदालत ने कहा कि नवीन जिंदल, सुनेजा, सर्राफ, जेएसपीएल और गगन इंफ्राएनर्जी लिमिटेड को धोखाधड़ी के आरोप में जबकि राव व गुप्ता को भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत समन किया गया है। सीबीआइ ने अमरकोंडा मुरगादंगल कोयला ब्लाक (झारखंड) के आबंटन में कथित अनियमितताओं के मामले में 29 अप्रैल को आरोप पत्र दाखिल किया था।
साल 2008 में यह ब्लाक जिंद ग्रुप की कंपनियों जिंदल स्टील एंड पावर (जेएसपीएल) व गगन स्पोंज आयरन (जीएसआईपीएल) को आबंटित किया गया था। अदालत ने आरोप पत्र सुनवाई के लिए बुधवार का दिन मुकर्रर किया था।
अपनी एफआइआर में सीबीआइ ने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार ने जिंदल समूह का पक्ष लिया और कोयला ब्लाक आबंटन की अपनी सिफारिश में से अन्य फर्मों को हटा दिया। एफआइआर के अनुसार बिजली मंत्रालय अमरकोंडा मुरगादंगल कोयला ब्लाक जेएसपीएल व जीएसआइपीएल को आबंटित किए जाने के खिलाफ था।