Medicines of Coronavirus: चीन से लेकर यूरोप तक में दहशत फैलाने वाले कोरोना वायरस की दवाई क्या भारत से दुनिया को मिलेगी? जी हां, यह बात सही भी साबित हो सकती है। मुंबई की एक दवा कंपनी लासा सुपरजेनेरिक्स कोरोना वायरस की दवा तैयार करने में जुटी है। कंपनी का कहना है कि उसने इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर एंटी-वायरल ड्रग फैविपिराविर को तैयार करने का फैसला लिया है, जिसे Covid-19 यानी कोरोना वायरस से पीड़ित होने पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक मुंबई की यह कंपनी देश की पहली ऐसी फर्म है, जिसने इस दिशा में काम करना शुरू किया है।

कंपनी का कहना है कि यदि उसे सरकार की ओर से जरूरी मंजूरियां मिल जाती हैं तो फिर कुछ महीनों के अंदर ही वह इस पर काम शुरू कर देगी। दरअसल Favipiravir नाम की जिस दवा को कंपनी ने तैयार करने का फैसला लिया है, उसे मुख्य तौर पर जापानी ड्रग मेकर फुजी ने तैयार किया है। कंपनी ने इस दवा का पेटेंट नहीं कराया है। बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस दवाई को अपनी लिस्ट में शामिल किया है, जिन्हें कोरोना वायरस के इलाज के दौरान लिया जा सकता है।

लासा सुपरजेनेरिक्स के चेयरमैन ओमकार हेरलेकर का कहना है कि यह एक जेनेरिक दवा है और हम इसके प्रभाव को जानने में जुटे हुए हैं। इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर कंपनी इस दवा को तैयार करने में जुटी है। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण के अब तक 1 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत की बात की जाए तो अब तक 219 केस सामने आए हैं और इनमें से 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 19 लोग रिकवर हो चुके हैं।

फिलहाल कोरोना की बीमारी से निपटने के लिए कोई एक दवा मौजूद नहीं है। ऐसे में डॉक्टर इलाज के लिए कुछ एंटी-वायरल दवाओं के कॉम्बिनेशन के जरिए कोरोना पीड़ितों के इलाज का प्रयास कर रहे हैं।