लंबे समय के निवेश की प्‍लानिंग में निवेशकों को लाभ हुआ है, खासकर कोविड के दौरान और बाद में तो कई स्‍टॉक ने लंबी छलांग लगाई है। टाइटन कंपनी के शेयर एक ऐसा स्टॉक है जिसने अपने शेयरधारकों को शानदार रिटर्न दिया है और साथ ही साथ बोनस शेयरों और स्टॉक विभाजन की भी घोषणा की है। टाइटन के शेयर उन मल्टीबैगर शेयरों में से एक हैं जिन्हें भारतीय शेयर बाजार ने पिछले कुछ वर्षों में दिया है।

टाइटन शेयर हिस्‍ट्री

टाइटन के शेयर प्राइज 3 रुपए की कीमत से 2,535 रुपए के लेवल पर पहुंच चुके हैं। 20 सालों में इस शेयर ने 845 गुना रिटर्न दिया है। मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसके लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स ने सिर्फ इस शेयर की कीमत में बढ़ोतरी से ही कमाई नहीं की है। बल्कि कंपनी ने इस अवधि में 10:1 स्टॉक स्प्लिट और 1:1 बोनस शेयर की भी घोषणा की है। हालांकि, एक निवेशक स्टॉक स्प्लिट से कमाई नहीं करता है, लेकिन स्टॉक स्प्लिट के कारण, इसके शेयरों की संख्या बढ़ जाती है और इसकी इनपुट लागत कम हो जाती है।

टाटा समूह के इस स्‍टॉक ने निवेशकों के लिए जून 2011 में 1:1 बोनस का भी ऐलान किया था। 10:1 स्टॉक विभाजन और 1:1 बोनस शेयरों की घोषणा के कारण, जैसे ही उन्होंने 3 रुपए प्रति शेयर पर एक टाइटन शेयर खरीदा, ऐसे निवेशकों के लिए एक शेयर की वास्तविक लागत घटकर 0.15 रुपए हो गई।

इसलिए, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए जिन्होंने 20 साल पहले टाइटन कंपनी के शेयरों को 3 रुपए प्रति शेयर का भुगतान करके खरीदा था, जून 2011 में घोषित 10:1 स्टॉक विभाजन और 1:1 बोनस शेयरों के कारण उनकी खरीद लागत घटकर 0.15 रुपए प्रति शेयर रह गई। ऐसे के लिए लंबी अवधि के निवेशकों के लिए, टाइटन के शेयर की कीमत 0.15 रुपए से बढ़कर 2,535 रुपए प्रति स्तर हो गई है, जो पिछले दो दशकों में 16,900 गुना है।

एक निवेशक को कितना हुआ लाभ

इस प्राइज हिस्‍ट्री के हिसाब से गणना करें तो अगर किसी निवेशक ने इस स्‍टॉक में 1 लाख रुपए का निवेश 3 रुपए प्रति शेयर पर किया होता उसकी कीमत 16,900 गुना बढ़ जाती और 1 लाख रुपया, आज के समय में 169 करोड़ की रकम होती।