Shruti Dhapola
Reliance Jio की मोबाइल सर्विस जब सितंबर 2016 में शुरू हुई थी तो भारतीय टेलिकॉम इंडस्ट्री में आमूल-चूल परिवर्तन हुए थे। जियो ने भी कई बड़े दावे किए जिनमें एक यह भी था कि उनके नेटवर्क पर कॉल्स हमेशा फ्री रहेंगे। 4G VOLTE नेटवर्क तकनीक से लैस कंपनी ने बेहद सस्ते मोबाइल डेटा प्लान पेश किए जिससे भारतीय टेलिकॉम सेक्टर में खलबली मच गई। मजबूरन Airtel और Vodafone जैसी कंपनियों को अपनी प्लान की कीमतें घटानी पड़ीं।
Reliance Jio ने बुधवार को यह ऐलान करके सबको चौंका दिया कि वह ग्राहकों से एयरटेल और Vodafone-Idea के नेटवर्क पर किए गए ऑउटगोइंग कॉल्स के लिए इंटरकनेक्ट यूजेज चार्ज (IUC) वसूलेगा। यह शुल्क फिलहाल 6 पैसे प्रति मिनट है। Reliance Jio ने कुछ IUC top-up बाउचर भी पेश किए। इसके जरिए ग्राहकों को आउटगोइंग कॉल्स करने के लिए कुछ निश्चित मिनट्स मिलेंगे।
IUC क्या है, पहले इसे समझते हैं। यह वो शुल्क है जो एक मोबाइल ऑपरेटर दूसरी मोबाइल कंपनी को चुकाता है, जब उसका ग्राहक दूसरी मोबाइल कंपनी के ग्राहक को कॉल करता है। टेलिकॉम नियामक संगठन TRAI ने आईयूसी शुल्क 6 पैसे प्रति मिनट तय किया है। हालांकि, यह कभी 14 पैसे प्रति मिनट तक होता था। TRAI जनवरी 2020 तक आईयूसी को घटाकर शून्य करना चाहता है।
TRAI दरअसल IUC को इसलिए खत्म करना चाहता है क्योंकि निकट भविष्य में सभी मोबाइल कंपनियों के VoLTE तकनीक यानी वॉयस ओवर LTE (Long Term Evolution) पर शिफ्ट करने की उम्मीद है। जियो पूरी तरह से VoLTE नेटवर्क पर आधारित है, जबकि Vodafone और Airtel अभी भी 2G और 3G नेटवर्क की सेवाएं दे रहे हैं।
Reliance Jio से दूसरे नेटवर्क पर आउटगोइंग के लिए चुकाइए IUC, जानिए नए PLAN
Jio का दावा है कि जियो नेटवर्क पर मुफ्त वॉयस कॉल और 2G नेटवर्क पर महंगी कॉल करों के बीच बड़े अंतर की वजह से Airtel और Vodafone-Idea के ग्राहक जियो कस्टमरों से बातचीत करने के लिए उन्हें मिस्ड कॉल दे रहे हैं। कंपनी का दावा है कि जियो नेटवर्क पर हर रोज 25 से 30 करोड़ मिस्ड कॉल मारे जाते हैं। ऐसा इसलिए ताकि मुफ्त वॉयस कॉल्स का फायदा उठा रहे जियो कस्टमर उन्हें पलटकर कॉल बैक करें।
Jio का यह भी कहना है कि उनके ग्राहकों के कॉल बैक का कुल आउटगोइंग ट्रैफिक में 65 से 75 करोड़ मिनट की हिस्सेदारी है। कंपनी के मुताबिक, आईयूसी के वर्तमान नियमों को देखते हुए उसके पास ग्राहकों से पैसे वसूलने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं है। कंपनी का कहना है कि जब तक TRAI जीरो टर्मिनेशन चार्ज को लागू नहीं करता, तब तक वह आईयूसी लेने के लिए मजबूर है।