वैसे तो मुकेश अंबानी के लिए ये साल काफी अच्छा रहा लेकिन आखिरी महीनों में उन्हें एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल, साल 2020 के आखिरी महीनों में मुकेश अंबानी अरबपतियों की लिस्ट में टॉप 10 से बाहर हो गए हैं।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 76 बिलियन डॉलर यानी 5.70 लाख करोड़ रुपये के करीब है। अभी मुकेश अंबानी दौलतमंद अरबपतियों की सूची में 11वें स्थान पर हैं। इस पूरे साल में मुकेश अंबानी की दौलत में करीब 1.30 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हो चुका है। इसी साल जुलाई महीने में मुकेश अंबानी की संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ था और वह फोर्ब्स की रैंकिंग में दुनिया के 5वें सबसे रईस कारोबारी बन गए थे।
ये वो दौर था, जब भारत समेत दुनियाभर में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा था और अधिकतर देशों में लॉकडाउन लागू था। इस दौर में मुकेश अंबानी और उनके रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म को वैश्विक निवेश मिल रहा था। आइए जानते हैं कि आखिरी महीनों में मुकेश अंबानी की दौलत में उम्मीद से कम क्यों बढ़ोतरी हुई।
शेयर में गिरावट: बीते सितंबर महीने के बाद से रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में दबाव देखने को मिला है। निवेशक पैसे सोच समझकर लगा रहे हैं। सितंबर महीने में रिलायंस का शेयर भाव 2,370 रुपये तक के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा था, जो अब टूटकर 2000 रुपये के भाव से भी नीचे आ गया है। इस वजह से मार्केट कैपिटल भी कम हुई है।
डील पर संकट: मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल और किशोर बियानी के फ्यूचर ग्रुप के बीच डील अभी फंसी हुई है। दरअसल, अमेरिका की ई कॉमर्स कंपनी अमेजन ने इस डील को लेकर आपत्ति जताई है। अमेजन का कहना है कि कंपनी ने फ्यूचर रिटेल की प्रवर्तक कंपनी एफसीपीएल में 49 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी थी। ऐसे में अमेजन को फ्यूचर रिटेल की किसी भी डील की जानकारी लेने और मंजूरी देने का अधिकार है।
आपको यहां बता दें कि रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर रिटेल का अधिग्रहण किया है। ये अधिग्रहण करीब 24 हजार करोड़ रुपये का है। इसमें फ्यूचर ग्रुप अपना खुदरा, भंडारण और लॉजिस्टिक्स कारोबार रिलायंस इंडस्ट्री को सौंप देगी।
दूसरे अरबपतियों की बढ़ी दौलत: इस दौरान दूसरे अरबपतियों की भी दौलत बढ़ी है। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के लिए ये साल काफी बेहतर साबित हुआ है। इसके अलावा मार्क जकरबर्ग, वॉरेन बफेट, बर्नार्ड अरनॉल्ट, लैरी पेज की दौलत में भी इजाफा हुआ है।